बावजूद इसके बुधवार तक हालात नहीं सुधरने पर ग्रामीणों ने फिर से विरोध जताया। सुबह 11 बजे बड़ी संख्या में ग्रेनाइट एसोसिएशन के सैंकड़ों लोग पहुंचे और जीएसएस का घेराव किया। वहीं गुस्साए लोग विद्युत निगम के अधिकारियों को मौके पर बुलाने के लिए अड़े।
आखिरकार दोपहर बाद तक भी कोई भी अधिकारी वार्ता के लिए नहीं पहुंचा तो गुस्साए लोगों ने विद्युत निगम के जीएसएस के अंदर घुसकर 15 गांवों की विद्युत सप्लाई बंद कर दी। साथ ही जीएसएस के ताला जड़ दिया।
मामला गंभीर होने के कारण अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की। करीब 1 घंटे तक चली वार्ता के बाद निगम के अधिकारियों ने 10 दिन में पूरे इलाके में हालात सुधारने का आश्वासन दिया। उसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि बिजली की अघोषित कटौती ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। बिजली कटौती से दैनिक कार्यों में भी समस्या उत्पन्न होती है। बार बार निगम अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं किया जा रहा।
सुधार नहीं हुआ तो फिर प्रदर्शन
हालांकि ग्रामीणों ने विभाग के अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया है कि 10 दिन में हालात नहीं सुधरे तो पुन: जीएसएस के ताला जडकऱ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर विनोद कुमार, मोटाराम चौधरी, बजरंग, चेलाराम बग, बाबूराम, झुंजा राम आमलारी व राजेंद्र सिंह रोड़ा खेड़ा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। अघोषित विद्युत कटौती से परेशान सैकड़ों लोगों ने दो दर्जन गांवों की विद्युत सप्लाई बंद कर जीएसएसके जड़ा ताला