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भाजपा चुनाव अधिकारी के समक्ष गाली-गलौच, तू-तू, मैं-मैं के बीच टेबल बजाई, जिलाध्यक्ष और प्रदेश प्रतिनिधि पद के आवेदन के दौरान हंगामा

locationसिरोहीPublished: Dec 11, 2019 10:57:39 am

जिलाध्यक्ष और प्रदेश प्रतिनिधि पद के आवेदन के दौरान हंगामा

भाजपा चुनाव अधिकारी के समक्ष गाली-गलौच, तू-तू, मैं-मैं के बीच टेबल बजाई, जिलाध्यक्ष और प्रदेश प्रतिनिधि पद के आवेदन के दौरान हंगामा

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सिरोही. यहां भाजपा जिला कार्यालय में मंगलवार को संगठनात्मक चुनाव के तहत जिलाध्यक्ष और प्रदेश प्रतिनिधि पद के लिए आवेदन पत्र भरे गए। इस दौरान बाद में कुछ देर तक हंगामा भी हुआ। कुछ कार्यकर्ताओं ने चंद रोज पहले हुए मंडल अध्यक्षों के चुनाव को लेकर जिला चुनाव अधिकारी दिनेश भट्ट को खरी-खरी सुनाते वक्त गाली-गलौच तक कर डाली। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने गहमा-गहमी और तू-तू, मैं-मैं के बीच जोर से टेबल तक बजाई।
इस दौरान कैलाशनगर मंडल के पूर्व अध्यक्ष गणपतसिंह देवड़ा ने चुनाव अधिकारी दिनेश भट्ट के सामने आक्रोशित होकर कहा कि बहुत हो गया… अब बर्दाश्त नहीं होने वाला… काला मुंह करना पड़ेगा। इस दौरान उन्होंने गाली-गलौच की और टेबल बजाई। इस पर चुनाव प्रभारी ने उनको समझाने का प्रयास किया कि आपको पार्टी में बात रखनी चाहिए। इस पर पास खड़े कुछ कार्यकर्ताओं ने कहा कि पहले भी परिषद के चुनाव में होटलों में बैठकर टिकट बांटे, इस कारण हारे। अब ऐसा नहीं चलेगा।
जिलाध्यक्ष के लिए सात ने की दावेदारी
इधर, जिले में भाजपा जिलाध्यक्ष और प्रदेश प्रतिनिधि के लिए जिला चुनाव अधिकारी दिनेश भट्ट और जिला चुनाव सहायक दीपाराम पुरोहित के समक्ष आवेदन पत्र पेश किए गए। जिलाध्यक्ष के लिए वर्तमान जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित, वीरेंद्रसिंह चौहान, हिम्मतराम पुरोहित, जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया, जिला उपाध्यक्ष अशोक पुरोहित, अशोक रावल और हेमंत पुरोहित के फार्म प्राप्त हुए। वहीं प्रदेश प्रतिनिधि के लिए पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष तारा भंडारी, पूर्व जिलाध्यक्ष लुंबाराम चौधरी, मगनलाल कोली, रतनलाल गरासिया, जबरसिंह चौहान, गणपतसिंह देवड़ा, हेमंत पुरोहित, जुझार सिंह, सुरेश सिंदल, दौलाराम वक्ताराम, धनाराम मीणा आदि के फॉर्म प्राप्त हुए।
जिला प्रमुख ने नाम वापसी फार्म को बताया समर्पण पत्र
यहां भाजपा जिला कार्यालय में मंगलवार को संगठनात्मक चुनाव के तहत जिलाध्यक्ष और प्रदेश प्रतिनिधि पद के लिए जो आवेदन पत्र भरे गए, उनके साथ बाकायदा ‘नाम वापसीÓ का फॉर्म भी भरवाया गया। जिलाध्यक्ष के आवेदन के साथ नाम वापसी का फॉर्म भरने के बारे में पूछने पर जिला प्रमुख इससे बिल्कुल ही पलट गईं, बोलीं-हमने आवेदन के साथ जो फॉर्म भरा है, वह नाम वापसी फॉर्म नहीं था बल्कि समर्पण-पत्र था। कारण कि हम पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हंै और पार्टी के प्रति समर्पित हैं।
मेरे जाने के बाद हुआ…
&मैं तो वहां से निकल गई थी। जो कुछ हुआ वह बाद में हुआ। इसकी मुझे पूरी जानकारी नहीं है।
-पायल परसरामपुरिया, जिला प्रमुख, सिरोही

&संगठनात्मक चुनाव के दौरान सिरोही में हंगामा हुआ है तो इसका मुझे पता नहीं है। मैंने प्रदेश प्रतिनिधि के लिए आवेदन जरूर करवाया है लेकिन वहां हंगामे के बारे में पता नहीं है क्योंकि मैं तो बाहर हूं। दिल्ली आया हुआ हूं।
-लुम्बाराम चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष, भाजपा, सिरोही
&मैं आवेदन करने के बाद वहां से निकल गया था। इसलिए हंगामे के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा हुआ है तो उसकी जांच करवाएंगे और प्रदेश मुख्यालय को भेजेंगे।
-नारायण पुरोहित, जिलाध्यक्ष, भाजपा, सिरोही
रिपोर्ट बनाकर भेजेंगे…
&कैलाशनगर मंडल के एक कार्यकर्ता में नाराजगी थी। उनका आरोप था कि हमारी बात नहीं सुनी गई। हमने कहा कि आपको
अपनी बात पार्टी में रखनी चाहिए थी लेकिन इसी दौरान वे आक्रोशित हो गए। उन्होंने अनुशासनहीनता की। टेबल को धक्का दिया। गाली-गलौच की। यह जो कुछ हंगामा हुआ,
इसके बारे में रिपोर्ट बनाकर
संगठन के प्रदेश मुख्यालय को
भेजेंगे। जो भी दोषी होगा, कार्रवाई होगी।
-दिनेश भट्ट, जिला चुनाव अधिकारी, भाजपा

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