
दूर हुई तंगहाली..घर में आई मोटर गाड़ी
जो किसान एक दशक पहले तक तंगहाली में जीवन- यापन कर रहे थे, अब उनके जीवन स्तर में दिनरात का सुधार आ गया है। वर्तमान में क्षेत्र के किसानों के पास बंगलेनुमा मकान है। जो किसान पहले पैदल सफर तय करते थे, आज उनके पास दो पहिया व चौपहिया वाहन हैं।
50 फीसदी हिस्से में उगाते हैं सब्जियां
ग्राम पंचायत थूमड़ी में दो गांव हैं, एक थूमड़ी और दूसरा खेड़ा। थूमड़ी की आबादी करीब तीन हजार है, तो खेड़ा की आबादी करीब दो हजार है। यहां पर करीब 500 किसान रहते हैं। वह अपने खेत के 50 फीसदी हिस्से में घीया, मिर्च, टमाटर, खीरा, कद्दू, बैंगन, शिमला मिर्च आदि की खेती कर रहे हैं व आधी जमीन पर खाने के लिए अनाज और पशुओं के लिए चारा उगाते हैं।
& यहां की सब्जियां लोकल मंडी के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व दिल्ली आदि स्थानों पर भी भेजी जाती हैं। कई ग्राहक सीधे खेत से ही सब्जी खरीद कर ले जाते हैं। जीवनस्तर में काफी सुधार आया है। किसानों के बच्चे पढ़ -लिख कर सरकारी नौकरियों में अच्छे पदों पर आसीन हैं। हर घर की बेटी भी उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज जाती है।
- किसान कमलेश मीना, थूमड़ी
& गांव में बहुत से किसान टमाटर व मिर्च की पैदावार करते हैं। जो होटलों में सीधी जाती है। बागवानी शुरू करने से आर्थिक उन्नति हुई है। अब यहां के किसान अपने बेटे - बेटियों के भविष्य को लेकर निश्चिंत हैं।
- किसान भजनलाल मीना, खेड़ा
- जितेन्द्र जोशी
Published on:
19 Feb 2024 12:45 pm
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