शोध में 40 कुत्ता मालिकों को एक तनावपूर्ण टेस्ट दिया गया। जिन प्रतिभागियों के पास उनका कुत्ता मौजूद था, उनके शरीर में तनाव हार्मोन कॉर्टिसोल का स्तर कम रहा।
जयपुर। अमरीका में किए गए एक नए शोध में खुलासा हुआ है कि कुत्ते इंसानों का तनाव पहले से कहीं ज्यादा प्रभावी तरीके से कम करते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ डेनवर के इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन-एनिमल कनेक्शन के शोधकर्ताओं ने पाया कि कुत्ते न केवल मानसिक सुकून देते हैं, बल्कि शरीर के जैविक तनाव संकेतों को भी नियंत्रित करते हैं।
2022 में अमरीका के 3,000 वयस्कों पर हुए सर्वे में एक-तिहाई लोगों ने कहा था कि वे ज्यादातर दिनों में तनाव से पूरी तरह घिर जाते हैं। बढ़ता तनाव कैंसर, हृदय रोग और डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा रहा है। शोधकर्ताओं के अनुसार, ऐसे में कुत्ते इंसानों को तनाव से निपटने का प्राकृतिक और सरल उपाय दे सकते हैं।
अध्ययन में क्या पाया गया?
शोध में 40 कुत्ता मालिकों को एक तनावपूर्ण टेस्ट दिया गया। जिन प्रतिभागियों के पास उनका कुत्ता मौजूद था, उनके शरीर में तनाव हार्मोन कॉर्टिसोल का स्तर कम रहा। साथ ही उनका अल्फा-एमाइलेज एंजाइम सक्रिय रहा, जो बताता है कि वे तनाव की स्थिति में भी संतुलित और सतर्क रहे।
इसके विपरीत, जिन लोगों के पास कुत्ता नहीं था, उनका तनाव प्रतिक्रिया तंत्र कमजोर दिखा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह क्रॉनिक तनाव या PTSD जैसी स्थितियों का संकेत हो सकता है।
क्यों खास हैं कुत्ते?
पिछले शोधों में यह साबित हो चुका है कि कुत्ते इंसानों को रिलैक्स महसूस कराते हैं और हार्ट अटैक के बाद जीवित रहने की संभावना भी बढ़ाते हैं। इस नए शोध ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कुत्तों का साथ इंसान को मानसिक और शारीरिक, दोनों स्तरों पर मजबूत बनाता है।