-वक्ताओं ने कहा कि सरकार जाग नहीं रही,इसलिए कार्मिकों को ढोल बजाने को मजबूर
21 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन: संयुक्त मोर्चा ने ढोल बजाकर मुख्य बस स्टैंड पर किया विरोध-प्रदर्शन
-वक्ताओं ने कहा कि सरकार जाग नहीं रही,इसलिए कार्मिकों को ढोल बजाने को मजबूर
श्रीगंगानगर.राजस्थान रोडवेज श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे की ओर से शनिवार सुबह 11 से 12 बजे तक एक घंटा के लिए मुख्य बस स्टैंड पर ढोल बजाओ,सरकार जगाओ के तहत ढोल बजाकर कार्मिकों ने विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान काफी संख्या में मोर्चा से जुड़े पदाधिकारी व कार्यकर्ता विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए और सातवें चरण के तहत राज्य भर में ढोल बजाकर रोडवेज कर्मियों ने विरोध किया है।
गौरतलब है कि "रोडवेज बचाओ -रोजगार बचाओ" संकल्प के साथ 21 सूत्रीय मांगों को लेकर गुरुवार को जयपुर मैं रैली निकाली गई थी। प्रदेशव्यापी हड़ताल के तहत नौ चरणों में 20 सितंबर 2022 से शुरू किए गए आंदोलन के तहत रोडवेज कर्मियों का आंदोलन चल रहा है। इस रैली में श्रीगंगानगर व अनूपगढ़ आगार के कार्मिक काफी संख्या में शामिल हुए थे।
नहीं सुनी रही सरकार मांगे
इस प्रदर्शन में राजस्थान रोडवेज के श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा के मनोज सुथार ने बताया कि इस मौक पर इकबाल सिंह,हरिकृष्ण यादव,मनोहर लाल महिया,कुलदीप सिंह,जसविंद्र सिंह बूट्टर,अवतार सिंह,व तारा सिंह आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्पलाइज एसोसिएशन के बूटा सिंह,जोगेंद्र सिंह मनजीत सिंह फौजी सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि लंबे समय से मोर्चा ने 21 सूत्री मांगों का मांग पत्र राज्य सरकार तक भिजवा रखा है। लेकिन अभी तक सरकार इन मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
22 व 23 को भी दिन-रात का प्रदर्शन
आठवें चरण में 22 नवम्बर व 23 नवम्बर 2022 तक प्रदेशभर में "दिन-रात" धरना देकर विरोध किया जाएगा। जबकि नौ वें चरण में 23 नवम्बर को रात्रि को 12 बजे के तुरंत बाद 24 नवम्बर 2022 शुरू होने पर प्रदेशभर में रोडवेज की सभी इकाइयों में एक दिन की हड़ताल रखी जाएगी।
21 सूत्री मांग को लेकर आंदोलन
वेतन-पेंशन एक महीने के सेवानिवृत्ति परिलभों का हर महीने के पहले कार्य दिवस पर भुगतान करने की स्थाई व्यवस्था करना,रोडवेज के बस स्टैंडों को राजस्थान राज्य बस अउ्डा विकास प्राधिकरण के अधीन नहीं करना,पूर्ववर्ती सरकार के समय अराष्ट्रीकृत किए गए मार्गों को राष्ट्रीयकृत करना सहित 21 सूत्री मांगों को रोडवेज मोर्चा आंदोलन कर रहा है।