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शिक्षा में क्रांति: विज्ञान की पढ़ाई अब होगी प्रयोगों के साथ वास्तविक अनुभव

-राजकीय स्कूलों में बनेंगी हाईटेक विज्ञान लैब, पढ़ाई को मिलेगा प्रयोगों का आधार

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  • श्रीगंगानगर.विज्ञान की पढ़ाई अब केवल पुस्तकों,चार्ट और ब्लैक बोर्ड तक सीमित नहीं रहेगी। जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों के लिए प्रयोग आधारित शिक्षा का रास्ता खुलने जा रहा है। समग्र शिक्षा अभियान के तहत श्रीगंगानगर जिले के 32 ऐसे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों का चयन किया गया है,जहां विज्ञान संकाय स्वीकृत तो है,लेकिन रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान और जीव विज्ञान के लिए समुचित प्रयोगशालाओं का अभाव रहा है।
  • इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत जिले में कुल 64 आधुनिक विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण किया जा रहा है। इन प्रयोगशालाओं के निर्माण और साज-सज्जा पर कुल 987.66 लाख रुपए की राशि खर्च होगी। एक प्रयोगशाला पर औसतन 15.93 लाख रुपए की लागत आएगी। प्रत्येक चयनित विद्यालय में दो-दो प्रयोगशालाएं विकसित की जाएंगी, जिससे विद्यार्थियों को विषय के अनुरूप प्रयोग करने का पूरा अवसर मिल सकेगा।

व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा

  • नई प्रयोगशालाओं में केवल भवन ही नहीं, बल्कि आधुनिक फर्नीचर,आवश्यक वैज्ञानिक उपकरण, रसायन, मॉडल और प्रयोग सामग्री की भी संपूर्ण व्यवस्था की जाएगी। इससे विद्यार्थियों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा। शिक्षाविदों का मानना है कि विज्ञान की वास्तविक समझ प्रयोगों से ही विकसित होती है और यह पहल उसी दिशा में एक बड़ा कदम है।

…विद्यार्थी स्वयं प्रयोग करके अवधारणाओं को समझ सकेंगे

  • अब तक जिले के कई विद्यालयों में संसाधनों की कमी के कारण विज्ञान की पढ़ाई सीमित दायरे में होती थी। विद्यार्थी रसायन, भौतिकी और जीव विज्ञान के जटिल सिद्धांतों को केवल किताबों में पढकऱ या चित्रों के माध्यम से समझने को मजबूर थे। प्रयोगशालाओं के निर्माण से यह स्थिति बदलेगी और विद्यार्थी स्वयं प्रयोग करके अवधारणाओं को समझ सकेंगे। इससे उनकी जिज्ञासा बढ़ेगी, आत्मविश्वास विकसित होगा और विज्ञान के प्रति भय समाप्त होगा।

विद्यालयों के बीच संसाधनों की खाई भी कम होगी

  • प्रयोगशालाओं में सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाएगा,ताकि विद्यार्थी सुरक्षित वातावरण में प्रयोग कर सकें। अधिकारियों के अनुसार, इस योजना से ग्रामीण और शहरी विद्यालयों के बीच संसाधनों की खाई भी कम होगी। आधुनिक विज्ञान लैब विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं,उच्च शिक्षा और अनुसंधान के लिए बेहतर रूप से तैयार करेंगी। कुल मिलाकर यह पहल श्रीगंगानगर जिले में विज्ञान शिक्षा को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाली साबित होगी।

फैक्ट फाइल

  • कुल विद्यालय: 32 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय
  • कुल प्रयोगशालाएं: 64
  • कुल बजट: 987.66 लाख रुपए
  • प्रति लैब खर्च: 15.93 लाख रुपए
  • विषय: रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान

वर्जन

  • जिले के 32 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 62 विज्ञान प्रयोगशालाएं स्वीकृत की गई हैं। इन पर 987.66 लाख रुपए की राशि खर्च कर आधुनिक सुविधाओं से युक्त प्रयोगशालाएं विकसित की जा रही हैं, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण प्रयोगात्मक शिक्षा मिल सकेगी।
  • -अरविंदर सिंह,एडीपीसी,समग्र शिक्षा अभियान,श्रीगंगानगर

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