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दानदाता से स्ट्रक्चर डिजायन और नक्शा दोनों नहीं मिले

-दानदाता को आज प्रशासन की ओर से भेजा जाएगा पत्र  

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दानदाता से स्ट्रक्चर डिजायन और नक्शा दोनों नहीं मिले

श्रीगंगानगर.

राजकीय जिला चिकित्सालय परिसर में दानदाता के आर्थिक सहयोग से बनने वाले सरकारी मेडिकल कॉलेज का स्ट्रक्चर डिजायन और नक्शा अभी तक संबंधित एजेंसियों को नहीं मिला है। मेडिकल कॉलेज के संबंध में 15 मई को हुई बैठक में दानदाता बी.डी. अग्रवाल ने यह दोनों चीजें 24 मई तक उपलब्ध कराने का वादा किया था जो पूरा नहीं हुआ। इससे मेडिकल कॉलेज के निर्माण से संबंधित आगे की कार्रवाई फिलहाल अटक गई है।


मेडिकल कॉलेज के निर्माण और बैंक गारंटी के नवीनीकरण को लेकर हुई इस बैठक में दानदाता के 24 मई तक स्ट्रक्चर डिजायन से संबंधित फाइल और नक्शा उपलब्ध करवाने का वादा करने पर जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने सार्वजनिक निर्माण विभाग को तीन दिन में स्ट्रक्चर डिजायन एप्रूव करवाने तथा नगर विकास न्यास को तीन दिन में नक्शे का अनुमोदन करवाने के निर्देश दिए थे। इस पर दानदाता ने दोनों काम होते ही सात दिन के अंदर मेडिकल कॉलेज का निर्माण शुरू करवाने का दावा बैठक में किया था। अब जबकि यह दोनों काम नहीं हुए तो निर्माण का काम एक बार फिर खटाई में पड़ गया है।


कलक्टर को रिपोर्ट दी
स्ट्रक्चर डिजायन और नक्शे के संबंध में सार्वजनिक निर्माण विभाग और नगर विकास न्यास ने अपनी रिपोर्ट जिला कलक्टर को सौंप दी है। इसमें बताया गया है कि दानदाता ने 24 मई तक न तो स्ट्रक्चर डिजायन की फाइल उपलब्ध करवाई और न ही नक्शे। दानदाता जब भी यह उपलब्ध करवा देंगे तो तीन दिन में इनसे संबंधित औपचारिकता पूरी कर ली जाएगी।


गुबार देखते रहे
मेडिकल कॉलेज को लेकर श्रीगंगानगर की जनता की स्थिति गुबार देखने वाली होकर रह गई है। चूरू और डूंगरपुर जैसे जिलों में हमारे बाद घोषणा होने के बावजूद हमारे से पहले मेडिकल कॉलेज बन जाना तो यही साबित कर रहा है। जन आंदोलन के बाद इस जिले की जनता को मेडिकल कॉलेज का जो लॉलीपाप मिला था उसे चाटते हुए छह साल हो गए और वह लॉलीपाप ऐसा है कि खत्म ही नहीं हो रहा। इस सीमावर्ती जिले में मेडिकल कॉलेज की आवश्यकता अन्य जिलों की तुलना में ज्यादा है। पिछले तीन दशक से इसकी मांग उठ रही थी और उसके बाद जो मिला है वह पूरा होने का नाम नहीं ले रहा। बेहतर होगा कि मेडिकल कॉलेज को लेकर सरकार स्थिति स्पष्ट करे। मेडिकल कॉलेज के नाम पर पिछले छह साल से चल रही नौटंकी से जनता अब उकता चुकी है।


दानदाता को लिखेंगे
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता और नगर विकास न्यास के सचिव ने स्ट्रक्चर डिजायन और नक्शे के बारे में अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। अब सोमवार को दानदाता स्ट्रक्चर डिजायन की फाइल और नक्शा संबंधित को उपलब्ध करवाने के बारे में लिखा जाएगा। प्रशासन इस काम में कोई देरी नहीं कर रहा।
- ज्ञानाराम, जिला कलक्टर


करार इसलिए पूरा नहीं
मेडिकल कॉलेज के संबंध में 15 मई को हुई बैठक में स्ट्रक्चर डिजायन और नक्शा 24 मई को उपलब्ध कराने का करार हुआ था। लेकिन जयपुर की जिस कंपनी को इन्हें तैयार करने का काम सौंपा गया था वह अभी तक तैयार नहीं कर पाई। कंपनी से इस संबंध में कई बार बात हो चुकी। सोमवार को पुन: बात करेंगे।
- उदयपाल झाझडिय़ा, मेडिकल कॉलेज निर्माण समिति के सदस्य