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श्रीगंगानगर.
एक माह में बिजली का बिल जारी करने को लेकर कई तरह की समस्याएं सामने आने के बाद डिस्कॉम ने अब दो माह में बिजली का बिल देने का निर्णय लिया है। एक माह पैटर्न में बिल राशि अधिक आने के विरोध में श्रीगंगानगर शहर सहित कई जगह उपभोक्ताओं ने धरना-प्रदर्शन कर विरोध जताया था। इसकी रिपोर्ट जयुपर तक पहुंची थी। वहीं, डिस्कॉम को भी स्टाफ की कमी से जूझना पड़ा था।
डिस्कॉम सूत्रों के अनुसार एक माह में निगम का बिजली बिल का वितरण, रीडिंग सहित अन्य व्यवस्थाएं बिगड़ गई थी। इसके बाद प्रति माह बिजली बिल वितरण का निर्णय वापस ले लिया। हालांकि निगम अधिकारियों के पास मौखिक आदेश चार दिन पहले ही आ गए लेकिन लिखित में अब आए है।
जोधपुर डिस्कॉम के मुख्य लेखा नियंत्रक एसके गोयल ने एक आदेश जारी कर अब पहले ही तरह दो माह बाद ही उपभोक्ताओं को बिजली का बिल मिलेगा। विद्युत निगम ने पहले जिला मुख्यालय इसके बाद धीरे-धीरे अन्य उपखंड स्तर पर शहरी क्षेत्र में प्रति माह बिजली बिल देना शुरू करना था। जुलाई माह में शहर में उपभोक्ताओं को एक माह का बिजली का बिल जारी किया। वहीं, अगस्त माह में गजसिंहपुर उपखंड स्तर पर प्रति माह बिजली बिल का विरतण शुरू किया जाना था। उल्लेखनीय है कि पिछले माह जोधपुर डिस्कॉम ने श्रीगंगानगर शहर के प्रथम, द्वितीय व तृतीय उपखंड क्षेत्र के 66 हजार 500 उपभोक्ताओं के घरों तक हर माह बिजली का बिल देना शुरू किया था।
अब स्टाफ की कमी बड़ी बाधा
निगम ने तकनीकी स्टाफ को मीटर रीडर के साथ रीडिंग कार्य के लिए लगाया था। शहर में वर्तमान में आठ कर्मचारियों को यह कार्य दिया गया। निगम के पास वर्तमान में जितना स्टाफ कार्यरत है, उससे दो गुणा ज्यादा कर्मचारियों की आवश्यकता है। डिस्कॉम के पास फिलहाल इन पदों के लिए कोई स्वीकृती नहीं है। ऐसे में तकनीकी कर्मचारियों पर अतिरिक्त बोझ बढऩा तय है। एक सहायक अभियंता कार्यालय के अधीन न्यूनतम पांच मीटर रीडर की आवश्यकता है,लेकिन वर्तमान में एक कार्यालय में औसतन एक रीडर कार्यरत है।
Published on:
08 Aug 2018 08:17 pm
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