सेफ रूम में घुसने नहीं देने और कैमरे बंद करने का आरोप
ब्रांच मैनेजर सुशील कुमार ने बताया कि 24 अक्टूबर को गोल्ड पूरा था, जिसका कंपनी के अधिकारियों ने मिलान किया था। उसके बाद 6 नवंबर शाम को चार व्यक्ति आए जो खुद को ऑडिट टीम के सदस्य बता रहे थे। वे चारों सेफ रुम में घुस गए और सेफ रुम में रखे सोने की जांच करने लगे। इस दौरान उन्होंने उसको बाहर कस्टमर गैलरी में बिठा दिया तथा उसको बाहर आकर बताया ऑडिट में कुछ पैकेट कम हैं, जिनकी कीमत 40 से 45 लाख के करीब है। मैनेजर ने बताया कि नियमानुसार ब्रांच मैनेजर की मौजूदगी में सेफ रुम में गोल्ड का मिलान किया जाता है, लेकिन उसको सेफ रुम में नहीं घुसने दिया गया।ब्रांच मैनेजर ने आरोप लगाया कि ऑडिटर के रूप में पहुंचे व्यक्तियों ने सीसीटीवी कैमरों को भी बंद कर दिया। वे लोग रात से सुबह चार-चार बजे तक ब्रांच में सोने के पैकेट्स को खंगालते रहे। इस दौरान उन्होंने उसे ब्रांच से बाहर नहीं जाने दिया। शनिवार को जैसे ही उसे मौका मिला, उसने पुलिस को फोन कर मदद मांगी।