कार्यक्रम में विभिन्न सरकारी स्कूलों की छात्राओं ने हिन्दी, पंजाबी और हरियाणवी गीतों पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पेश कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मेजबान स्कूल के प्रधानाचार्य डा.श्यामलाल कुक्कड़ ने बताया कि खालसा स्कूल के हॉल और बाहर खेल मैदान के अलावा गंगासिंह स्टेडियम के इंडोर में भी मुकाबले शुरू किए गए है। इस बड़े टूर्नामेंट के लिए अलग अलग समितियां गठित की है।
शिक्षा निदेशालय बीकानेर के अलावा जयपुर से आए रैफरी और शारीरिक शिक्षक व कोच की देखरेख में मुकाबले आयोजित कराए जा रहे है। खिलाडियों के ठहराने के लिए मेजबान स्कूल ने जिला मुख्यालय पर प्राइवेट और सरकारी स्कूलों से भी मदद मांगी है। 36 स्कूलों व धर्मशालाओं में इन खिलाडिय़ों को ठहराया जाएगा। छात्र और छात्राओं के लिए अलग अलग शिक्षण संस्थाएं तय की है।
आवास प्रभारी मुकंद सिंह ने बताया कि किसी भी खिलाड़ी या टीम को आवास संबंधित या ठहराव व्यवस्था की शिकायत आएगी तो तत्काल एक्शन लिया जाएगा। मटका चौक स्कूल में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया है।
मेजबान स्कूल की अनुशंषा पर इस खेल में विभिन्न कीट व उपकरण के लिए व्यवस्था करने के संबंध में शिक्षा अधिकारियों ने बीकानेर शिक्षा निदेशालय से जुगाड़ किया है। इन कीट व उपकरण से भरा एक ट्रक पहुंचा है। इन उपकरणों को खालसा स्कूल व गंगासिंह स्टेडियम में रखवाया गया है।