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किसान आंदोलन के समर्थन में गांव-गांव में पहुंच रही टीम, शहर में निकाली गई सर्व धर्म रोष रैली

locationश्री गंगानगरPublished: Feb 02, 2021 11:39:34 am

Submitted by:

Krishan chauhan

5 फरवरी को जिले से शाहजहांपुर के लिए रवाना होंगे बड़ी संख्या में किसान
विभिन्न गांवों में जनसंपर्क के दौरान किसान नेताओं ने कहा कि देश को बर्बाद करने वाले तीनों कृषि कानून

किसान आंदोलन के समर्थन में गांव-गांव में पहुंच रही टीम, शहर में निकाली गई सर्व धर्म रोष रैली

किसान आंदोलन के समर्थन में गांव-गांव में पहुंच रही टीम, शहर में निकाली गई सर्व धर्म रोष रैली

5 फरवरी को जिले से शाहजहांपुर के लिए रवाना होंगे बड़ी संख्या में किसान—
किसान आंदोलन के समर्थन में गांव-गांव में पहुंच रही टीम, शहर में निकाली गई सर्व धर्म रोष रैली

-विभिन्न गांवों में जनसंपर्क के दौरान किसान नेताओं ने कहा कि देश को बर्बाद करने वाले तीनों कृषि कानून
श्रीगंगानगर. सर्दी के मौसम में किसान आंदोलन में गर्माहट आई हुई है। तीन कृषि कानूनों को रद्द करने और कृषि जिन्सों की खरीद के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य का गारंटी कानून बनाने की मांग को लेकर देश का किसानों दिल्ली की बॉर्डर पर डटा हुआ है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों के किसान दो माह से अधिक समय से पड़ाव डाल कर बैठे हैं। शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसानों का पड़ाव चल रहा है। इस बॉर्डर पर श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिले के लोग बड़ी संख्या में शामिल हैं। सोमवार को जिला मुख्यालय पर सर्वधर्म रोष रैली निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल व अन्य वाहन शामिल हुए। पांच फरवरी को नई धानमंडी से किसानों का एक बड़ा जत्था शाहजहांपुर बॉर्डर के लिए रवाना होगा।
आंदोलन के समर्थन में सोमवार को जिला मुख्यालय पर सर्वधर्म एकता रोष रैली निकाली गई। इस रैली में सभी समाजों के लोग अपने-अपने धर्मों के झंडे लेकर पहुंचे। रैली सुबह 11 बजे पदमपुर रोड से शुरू होकर जस्सा सिंह मार्ग, नई धानमंडी, शिव चौक, चहल चौक, खींची चौक, सुखाडिय़ा सर्किल, बीरबल चौक, रेलवे स्टेशन रोड, गोलबाजार, संतोषी माता मंदिर रोड, राधेश्याम कोठी मार्ग से होते हुए उधम सिंह चौक से आगे पदमपुर रोड पर संपन्न हुई। रैली के समापन पर किसान आंदोलन में मृत्यु किसानों की आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस मौके पर पूर्व सभापति जगदीश जांदू, विशाल गौड़, भूपेन्द्र कौर टूरना, राजकुमार जोग, गुरलाल सिंह बराड़, गुरमीत मान, गुरपिन्द्र बैंस व जीत सिंह लखियां ने संबोधित किया। रैली में गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मवीर डूडेजा, सचिव विनय जिंदल, रमेश कुक्कड़, लवप्रीत सिंह बराड़, बंटी वाल्मीकि सहित हर वर्ग के लोग शामिल हुए।
किसान जागृति के लिए ‘एक नेता पांच गांव’
केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में जिले भर में ‘एक नेता पांच गांव’ अभियान के तहत जय किसान आंदोलन के नेता रमन रंधावा व किसान सभा के प्रवक्ता रविन्द्र तरखान के भागीबन्दर, मांझूवास, नरसिंहपुरा व गणेशगढ़ में किसान सभा आयोजित कर 5 फरवरी को शाहजहांपुर किसान मोर्चे में किसानों को पहुंचने का आह्वान किया। जय किसान आंदोलन के संयोजक रंधावा ने तीनों कृषि कानूनों की बारीकियों को किसानों के बीच रखते हुए केंद्र सरकार व कार्पोरेट घरानों पर किसानों को जमीनों से वंचित करने का आरोप लगाया। इस मौके पर किसान सभा में कालू मांझू, विनोद जाखड़, याकूब, कुलवंत सिंह रामगढिय़ा, पूर्व सरपंच नन्दराम, प्रीतमसिंह गिल, महेंद्र सिंह, सलीम, जग्गासिंह, लवप्रीत सिंह व सतपाल आदि किसान शामिल रहे।
संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में चल रहे किसान आंदोलन को मजबूत किया जा रहा है। सोमवार को पंचायती धर्मशाला में किसानों की हुई प्रेसवार्ता में जीकेएस के प्रवक्ता पूर्व सरपंच संतवीर सिंह ने यह बात कहीं। उन्होंने कहा कि कुछ तथाकथित स्थानीय किसान बताकर भाजपा के लोग किसानों के खिलाफ धरना व प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान नेता अमर सिंह बिश्नोई, जय किसान आंदोलन के संयोजक रमन रंधावा, बॉबी बराड़, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय रेवाड़, गुरविंद्र सिंह सोढ़ी ने कहा कि आंदोलन में शामिल होने के लिए गांव-गांव में किसानों को जाग्रत किया जा रहा है। रायसिंहनगर-अनूपगढ़ क्षेत्र से महिला नेत्री रामदेवी बावरी ने कहा कि किसान आंदोलन में महिलाओं की जागृति,लंगर सेवा में महिलाएं अहम भूमिका निभा रही है। महिलाएं अब आगे बढक़र किसान की आवाज को बुलंद कर रही है।

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