चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम-1994 के तहत कमेटी का गठन किया है। सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक इस कमेटी के चेयरमैन होंगे। सवाई मानसिंह अस्पताल के पूर्व अधीक्षक डॉ. नरपत सिंह शेखावत, एसएमएस अस्पताल में जनरल सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. बी.एल.यादव, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन राजस्थान के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अशोक शारदा, सेवा भारती राजस्थान की सीमा दया, चिकित्सा शिक्षा सचिव एवं निदेशक जनस्वास्थ्य के प्रतिनिधि समिति में सदस्य होंगे। समिति का प्रशासनिक विभाग चिकित्सा शिक्षा विभाग (ग्रुप-1) होगा।
पत्रिका ने सबसे पहले और लगातार उठाए मामले
राजस्थान पत्रिका ने सवाईमानसिंह मेडिकल कॉलेज में मानव अंग एवं उऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम का उल्लंघन कर वर्ष 2021 में एक ही कमेटी का गठन किए जाने के मामले को सबसे पहले 10 अप्रेल को “पूरा तंत्र किया हाईजैक, फिर अंग प्रत्यारोपण में चले जैक और चैक” शीर्षक से प्रकाशित समाचार में उजागर किया। इसके बाद राज्य सरकार ने कमेटी के चैयरमेन कॉलेज प्राचार्य और अधीक्षक को पद से हटा दिया। लेकिन इसके बाद नई कमेटी का गठन ही नहीं किया। पत्रिका ने 18 मई के अंक में “एक महीने से 13 जिंदगियां दांव पर, ट्रांसप्लांट के लिए भटक रहे मरीज” और इसके बाद 22 मई के अंक में “एनओसी का इंतजार कर रहे मरीजों की संख्या 13 से बढ़़कर पहुंची 20” शीर्षक से प्रकाशित समाचार में एनओसी का इंतजार कर रहे मरीजों की पीड़ा उजागर किया।