पहले भी आया था पैंथर
48 घंटे से टीम सर्च कर रही है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण उसके पगमार्क आगे नहीं मिले। मंगवार को टीम में शामिल बंशीलाल, राजूसिंह भाटी, महिपाल सिंह, हरिप्रसाद और अन्य सदस्य ने दोपहर 3 बजे फिर से तलाश शुरू की, हालांकि सफलता नहीं मिली। संभावना जताई जा रही है कि गर्मी में भूख-प्यास के चलते पैंथर किसी जलाशय के समीप आएगा। उसे पकड़ने के लिए देर रात तक 4 से 5 लोगों की टीम 500 मीटर की दूरी पर होगी। उसे पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया गया है। गौरतलब है कि 15 मार्च को पैंथर सूरसागर स्थित कालूरामजी की बावड़ी क्षेत्र में अलसुबह 4 बजे के आसपास आया था। केरू में पगमार्क मिले, हालांकि वो पकड़ में नहीं आया।
रेस्क्यू टीम वीडियो के माध्यम से कर रही है सर्च
रेंजर वीरेंद्र सिंह ने बताया कि सोमवार व मंगलवार को कोई भी मूवमेंट नहीं हुआ है। अभी तक हमारी टीम में से किसी को नजर नहीं आया है। अब टीम वीडियो के माध्यम से सर्च कर रही है। उस क्षेत्र में पिंजरा लगाया गया है। शूटर बंशीलाल सांखला ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र के होने के कारण पगमार्क ढूंढने में कठिनाई आ रही है।
भेड़ियों ने दो बकरियों का किया शिकार
जोधपुर से 30 किलोमीटर दूर ग्राम हिंगणिया में मंगलवार दोपहर करीब 2 से 3 बजे के बीच भेड़ियों के झुंड ने खेत में दो बकरियों का शिकार कर लिया। वन विभाग के शूटर बंसीलाल सांखला ने बताया कि इस क्षेत्र में करीब 25 से 30 भेड़िए हैं। ये झुंड बना कर घूमते हैं।