बता दें कि मुंबई लोकमान्य (Mumbai Lokmanya) तिलक ट्रेन का राजनांदगांव पहुंचने का समय सुबह 8.30 बजे है, लेकिन वह ट्रेन 11.30 बजे पहुंची। हावड़ा मुंबई मेल (Havda Mumbai Mail) को राजनांदगांव स्टेशन में सुबह 10 बजे पहुंचना है, लेकिन दो दिनों से 3 बजे पहुंच रही है। हावड़ा अहमदाबाद (Havda Ahmedabad) के पहुंचने का समय सुबह 11 बजे है, लेकिन ये ट्रेन 1.30 बजे पहुंच रही है। आजाद हिंद सुपर फास्ट ट्रेन को दोपहर 12 बजे पहुंचना है, लेकिन ये ट्रेन बुधवार को शाम को 7 बजे पहुंची है।
जेडी रोजाना दो से ढाई घंटे देरी से चल रही है। वहीं इंटरसिटी भी रोजाना एक से डेढ़ घंटे देरी से राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पहुंच रही है। इस तरह ट्रेनों की बिगड़ी टाइमिंग से यात्री बेहद परेशान हो रहे हैं। वे अपने गतंव्य तक समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।
ट्रेनों की लेट-लतीफी को देखते हुए लंबी दूरी तक सफर करने वाले लोग टिकट कैंसिल कराने पहुंच रहे हैं। इसके बाद गंतव्य तक जाने के लिए निजी वाहन या फिर बस का सहारा ले रहे हैं। टिकट कैंसिल कराने में राशि कट रही इसके अलावा निजी वाहन से सफर भी उन्हें महंगा पड़ रहा है, लेकिन समय पर पहुंचने के कारण सफर करने वाले लोग मजबूर हो रहे हैं।
स्टेशन प्रबंधक राजेश बर्मन ने कहा की आजाद हिंद एक्सप्रेस थोड़ी देरी से आ रही है। बाकी एक्सप्रेस ट्रेनों की टाइमिंग ठीक ही है। सुबह छूटने वाली डोंगरगढ़-रायपुर लोकल ट्रेन फिलहाल नहीं चल रही है। ट्रेनों की लेट-लतीफी होने के पीछे के स्पष्ट कारणों का पता नहीं।
एक्सप्रेस व मालगाड़ियों को पासिंग देने के चक्कर में पैेसेंजर ट्रेनों को आउटर में भी रोकने की शिकायत सामने आई है। पिछले दिनों इसी तरह से पैसेंजर ट्रेन को स्टेशन से दूर तकरीबन आधे घंटे के लिए रोक दी गई थी। इस दौरान यात्री गर्मी में हलाकान होते रहे। इसके अलावा राजनांदगांव से दुर्ग के बीच तीसरी रेल लाइन में तकनीकी खराबी की भी जानकारी सामने आ रही है। हालांकि ट्रेनों की लेट-लतीफी के पीछे के कारण को स्थानीय अफसर स्पष्ट नहीं कर रहे हैं।