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सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता: 33 नक्सलियों ने किया सरेंडर, लाखों के इनामी भी शामिल

Naxali Surrender: एसपी सुनील शर्मा की मौजूदगी में 33 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। बताया जा रहा है की इनमें से तीन नक्सलियों पर एक-एक लाख रूपए के इनाम भी घोषित था। ये आत्मसमर्पित नक्सली किस्टाराम थाना क्षेत्र में घटित कई तरह की नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे हैं।

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जन दर्शन शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीण

जन दर्शन शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीण

Naxali Surrender: छत्‍तीसगढ़ के नक्‍सल प्रभावित सुकमा जिले(Sukma)में सक्रिय नक्सली आए दिन कई जघन्य अपराधों को अंजाम देते रहते हैं। अब इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। यहाँ एसपी सुनील शर्मा की मौजूदगी में 33 नक्सलियों(Naxali Surrender) ने सरेंडर कर दिया। बताया जा रहा है की इनमें से तीन नक्सलियों पर एक-एक लाख रूपए के इनाम भी घोषित था। ये आत्मसमर्पित नक्सली किस्टाराम थाना क्षेत्र में घटित कई तरह की नक्सली गतिविधियों में(Naxali Surrender) शामिल रहे हैं।

इस संबंध में एसपी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य शासन की पुर्नवास नीति के अनतर्गत सहायता राशि और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

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नवीन कैंपों की स्थापना का अनुकूल प्रभाव
एसपी सुनील शर्मा ने आगे बताया कि जिले में नवीन कैंपों की स्थापना की जा रही है। इन कैम्पों का ग्रामीण लोगों पर अनुकूल प्रभाव पड़ रहा है। विगत सप्ताह ही जिले के तोंडामरका और डब्बामरका क्षेत्र में नवीन सुरक्षा कैंपों की स्थापना की गई है। जब से इन कैंपों की स्थापना हुई है तब से ही विकासात्मक कार्यों से नक्सली प्रभावित(Naxali Surrender) हो रहे हैं और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर रहे हैं।

नक्सलियों ने कही ये बात
इधर, डब्बामरका में कैंप खुला तो इसके तीसरे दिन ही जन दर्शन शिविर में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मौजूदगी में 33 नक्सलियों ने पुलिस के सामने हथियार(Naxali Surrender) डाल दिए। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी के नेतृत्व में संचालित नक्सल विरोधी अभियान(anti naxal campaign) के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने जानकारी देते हुए बताया कि विकास की संभावनाओं को देखते हुए वह नक्सलवादी विचारधारा को त्यागकर विकास की मुख्यधारा में जुड़ रहे हैं।