इधर, सुकमा के एसपी सुनील शर्मा ने भी इस मामले की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि जिस युवती को अगवा किया गया है वो गांव के बाहर जा कर पढ़ाई करना चाहती थी। फिलहाल ग्रामीणों के नाम सामने नहीं आ सके हैं। सुकमा पुलिस जिले में पूना नर्कोम यानी नई सुबह अभियान चला रही है। इस अभियान से प्रभावित होकर सुकमा पुलिस के सामने अब तक 170 से ज्यादा नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इनके आत्मसमर्पण करने से पुलिस को काफी फायदा मिला है। सरेंडर करने वालों में कई कमांडर स्तर के भी हैं। इस अभियान से अब नक्सलियों में बौखलाहट देखने को मिल रही है
नक्सली लगातार ले रहे थे ग्रामीणों की बैठक
बताया जा रहा है कि छह महीने पहले बटेर इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच एक मुठभेड़ हुई थी। जिसमें एक नक्सली को पुलिस ने ढेर किया था। इसके बाद से नक्सली लगातार इस बात की पड़ताल कर रहे थे कि उनकी क्षेत्र में मौजूदगी की खबर पुलिस तक कैसे पहुंची। पिछले कुछ दिनों से नक्सली क्षेत्र में ग्रामीणों के साथ बैठक कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने पहले चार ग्रामीणों का अपहरण किया और इसके बाद शनिवार को एक युवती का अपहरण किया जो कि अपह्रत ग्रामीणों को छुड़वाने के लिए नक्सलियों के पास गई हुई थी।
सुकमा एसपी सुनील शर्मा ने कहा, जिले में लगातार विकास हो रहा है। गांव-गांव में सुरक्षा बलों का कैंप खुल रहे हैं, जिससे अंदरूनी इलाकों में भी सड़क और बिजली पहुंच रही है। नक्सली इन विकास कार्यों से बौखलाए हुए हैं। नक्सली विकास कार्यों को रुकवाना चाहते हैं। ग्रामीण नक्सलियों की बात नहीं मान रहे इसलिए उन्हें अब अगवा कर लिया है।