
Children Day; इन बच्चों के दूर से गुजर गया बाल दिवस..
सूरत. प्रत्येक वर्ष 14 नवम्बर का दिन भारत में बाल दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन स्कूलों समेत विभिन्न संस्थाओं की ओर से कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है। यही नहीं कई ऐसी संस्थाएं है जो इस दिन झुग्गि-झोपडिय़ों में जाकर वहां के बच्चों को मिठाइयां और फल से लेकर कपड़ें बांटती है, जिससे उनके जीवन में खुशी के पल आए। बाल दिवस के अवसर पर इस बार भी सूरत में विभिन्न संस्थाओं की ओर से ऐसे ही कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। किसी ने स्लम पॉकेट्स में जाकर बच्चों के साथ समय बिताया तो किसी ने ऑब्जर्वेशन होम में जाकर कानून के संघर्ष में आए बच्चों को उनके भविष्य के लिए मार्गदर्शन दिया, लेकिन इस तरह के विशेष दिन आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन एक बड़ी आबादी की जिंदगी में कुछ भी विशेष नहीं हो पाता। यह आबादी सडक़ों, गली-मोहल्लों में कचरा बीनने वाले उन बच्चों की है, जो खेलने-कूदने की उम्र में दो वक्त की रोटी के लिए सुबह से शाम तक पसीना बहाते हैं। गुरुवार को शहर में जगह-जगह बाल दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम हुए। इनसे बेखबर पांडेसरा बमरोली रोड पर गरीब बच्चे दो जून की रोटी के लिए खेल दिखाने के लिए निकल पडे।
Published on:
15 Nov 2019 09:27 pm
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