
क्लॉक टावर होगा उधना रेलवे स्टेशन का आइकॉन
उधना स्टेशन के बाहर बनाया जा रहा क्लॉक टावर स्मार्ट हो रहे उधना रेलवे स्टेशन का आइकॉन होगा। पश्चिम रेलवे के मुताबिक उधना स्टेशन के मुख्य भवन के पूर्व में सर्कुलेटिंग एरिया में इसे बनाया जा रहा है। वहीं, केंद्रीय कॉन्कोर्स में यात्रियों को मिलने वाली आधुनिक और स्मार्ट सुविधाएं होंगी। रेलवे प्रशासन के मुताबिक पीआरएस, आरपीएफ बैरक डिमोलिशन तथा पूर्व में स्टेशन बिल्डिंग व आरपीएफ क्वाटर का निर्माण शुरू हो गया है।
सूरत और उधना रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़ी थी। लेकिन रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) की देखरेख में कॉन्ट्रैक्टर ने रीडेवलपमेंट कार्य शुरू कर दिया है। प्लेटफॉर्म पर भीड़भाड़ से बचने के लिए 2440 वर्गमीटर में कॉनकोर्स (वेटिंग एरिया) की व्यवस्था रहेगी। उधना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए रैंप, लिफ्ट, फर्श, शौचालय, ब्रेल संकेत समेत अन्य सहूलियतें उपलब्ध कराई जाएंगी। दिव्यांगों के लिए भी विशेष व्यवस्था रहेगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए पैनिक और हेल्प बटन भी होंगे।
अधिकारियों ने बताया कि स्टेशन को वास्तुशिल्प परिवेश के साथ डिजाइन किया गया है। मुख्य स्टेशन भवन के पूर्व में सर्कुलेटिंग एरिया में बनने वाला क्लॉक टावर उधना स्टेशन का आइकॉन होगा। परियोजना में निर्माण के साथ संचालन और रखरखाव के दौरान ऊर्जा खपत को न्यूनतम करने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा और ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर फोकस किया गया है। साथ ही कचरा प्रसंस्करण, वर्षा जल संचयन समेत दूसरे उपाय भी किए जा रहे हैं।
सौर उर्जा पैनल लगेंगेे
उधना रेलवे स्टेशन पर सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए पूर्व दिशा में भवन एवं उपकेन्द्र होंगे। आधुनिक पीवी सेल, बीआईपीवी (बिल्डिंग इंटीग्रेटेड फोटो वोल्टाइक), रूफटॉप पैनल का उपयोग कर 245 किलोवाट क्षमता वाले पैनल लगाए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि सभी 5 प्लेटफार्मों को कवर करते हुए 240 मीटर की लंबाई में छत बनेगी।
Published on:
22 Dec 2022 08:59 pm
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