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COVID 19 IN SURAT : श्मशान में जल्दी अंत्येष्टि के लिए एक से दो हजार रुपए की मांग !

- वायरल वीडियो में टोकन दिखा कर लोगों ने लगाया रिश्वत लेने का आरोप... - अश्वनी कुमार श्मशान घाट पर लगी शवों की कतारें, टोकन देकर करवा रहे है दाह संस्कार - By showing tokens in viral video, people accused of taking bribe ... - Ashwani Kumar cremation surat queues at crematorium, cremation of tokens

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COVID 19 IN SURAT : श्मशान में जल्दी अंत्येष्टि के लिए एक से दो हजार रुपए की मांग !

COVID 19 IN SURAT : श्मशान में जल्दी अंत्येष्टि के लिए एक से दो हजार रुपए की मांग !

सूरत. शहर में कोरोना के कहर के की बीच श्मशान घाटों में लगी कतारों के बीच जल्दी अंतिम संस्कार करवाने के लिए एक से दो हजार रुपए की रिश्वत वसूली जा रही होने के आरोप लग रहे है। टोकन दिखा कर आरोप लगा रहे लोगों का एक वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।

जानकारी के अनुसार शहर में कोरोना संक्रमण की सैंकड वेव से हालात बेकाबू से हो गए हैं। पिछले तीन-चार दिनों से शहर के अश्वनी कुमार, कुरुक्षेत्र, रामनाथ घेला श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए शवों की कतारें लग रही है। कहीं -कहीं तो हालत यह हैं कि पूरा दिन इंतजार करने पर भी अंतिम संस्कार के लिए शव का नम्बर नहीं आ रहा है।

दो दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है। वायरल वीडियो बनाने वाले समाज सेवी हरीश गुर्जर का कहना हैं कि वीडियो उन्होंने शुक्रवार को बनाया था। वह शाम को अपने एक परिचित के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए अश्वनी कुमार श्मशान घाट गए थे। उस दौरान मनपा द्वारा बनाए गए शेड में 18 शव पैडिंग थे।

परिजनों को टोकन दिए गए थे। लेकिन कई परिजन सुबह से टोकन लेकर खड़े थे, लेकिन शाम तक भी उनका नम्बर नहीं आया था। जबकि उनके बाद में आए कुछ शव का दाह संस्कार हो रहा था। उन लोगों का आरोप था कि श्मशान प्रशासन द्वारा परिजनों से एक हजार से दो हजार रुपए रिश्वत लेकर बाद में आए शवों का पहले अंतिम संस्कार करवाया जा रहा है।

कर्मचारी नहीं होने से दो भट्टियां बंद:


गुर्जर ने बताया कि अश्विनी कुमार में प्रतिदिन 80 शव आ रहे हैं। फिर भी अंतिम संस्कार की दो भट्टियां बंद पड़ी है। क्योंकि उन पर कोई कर्मचारी ही नहीं हैं।

इसकी वजह से लोगों की परेशानी में इजाफा हो रहा है। यहां सुदूर डिंडोली व सायण से भी शव आते हैं। मनपा को इसके लिए व्यवस्था करनी चाहिए ताकी लोगों को परेशानी नहीं हो। परिस्थितियां मुश्किल है इसलिए लोगों को भी सावधानी बरतनी चाहिए।