सूरत जिले की 9 तहसीलों चौर्यासी, मांडवी, ओलपाड, पलसाणा, कामरेज, मांगरोल, महुवा, उमरपाड़ा और बारडोली में जिला पंचायत की प्राथमिक स्कूल हैं। इन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए हर साल प्रवेशोत्सव का आयोजन किया जाता है। फिर भी तीन साल से विद्यार्थियों की संख्या घटती जा रही है। पंचायत के सदस्य दर्शन नायक ने आरटीआइ के माध्यम से इस बारे में जानकारी मांगी थी। आंकड़ों के मुताबिक शैक्षणिक सत्र 2014-15 से 2017-18 तक लगातार विद्यार्थियों की संख्या घटी है। कक्षा 1 से 5 तक चार साल में 20 हजार से अधिक विद्यार्थियों की कमी दर्ज की गई। विद्यार्थियों की संख्या 2014-15 में ९१११०, 2015-16 में ७४७७४, 2016-17 में ७२०३८ और 2017-18 में ७१३९६ दर्ज की गई। इसी तरह कक्षा 6 से 8 में 2014-15 में 52853, 2015-16 में 44930, 2016-17 में 44562 और 2017-18 में 42790 विद्यार्थी दर्ज किए गए। छात्र और छात्राओं की संख्या करीब-करीब बराबर घटी है।
पालिका संचालित नगर प्राथमिक शिक्षा समिति स्कूलों के भी यही हाल हैं। कई साल से समिति स्कूलों में भी विद्यार्थियों की संख्या घट रही है। इन स्कूलों में निजी स्कूलों की तरह सुविधा देने का दावा किया जाता है, लेकिन विद्यार्थियों की घटती संख्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
कमजोर शिक्षा को विद्यार्थियों की घटती संख्या का बड़ा कारण बताया जा रहा है।
कब कितने विद्यार्थी
कक्षा 1 से 5
शैक्षणिक वर्ष संख्या
2014-15 ९१,११०
2015-16 ७४,७७४
2016-17 ७२,०३८
2017-18 ७१,३९६
कक्षा 6 से 8
2014-15 52,853
2015-16 44,930
2016-17 44,562
2017-18 42,790