
बस ईजी सिटी कोड की नेमप्लेट ही काफी है...
सिलवासा. सिलवासा शहर में सभी मकानों के सामने स्मार्ट नेम प्लेट लगेगी। इस स्मार्ट नेम प्लेट में मकान मालिक के नाम और पता के साथ एक कोड भी अंकित होगा। इस कोड में घर के सदस्यों और टैक्स से जुड़ी सभी जानकारियां दर्ज रहेंगी। घर कोड को स्मार्ट सिटी कंपनी के मोबाइल एप से स्कैन करते ही रहवासी व घर से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। इसके लिए नगर परिषद कार्यालय में आज ईजी सिटी कोड का लोकार्पण किया, जिसमें प्रमुख राकेश चौहान, सीओ मोहित मिश्रा, उपप्रमुख अजय देसाई सहित सभी पार्षद मौजूद रहे। सीओ ने बताया कि कचरा लेने आने वाहन चालक को घर का कोड स्कैन करना होगा। इससे स्मार्ट सिटी कंपनी में उसका रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा। इस तरह किसी घर से कचरा लिया या नहीं, इसका डेटा ऑन लाइन रिकॉर्ड हो जाएगा, मॉनिटरिंग की भी जरूरत नहीं रहेगी। गाड़ी की लोकेशन का भी पता चल जाएगा। निवासियों को एक मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड़ कराई जाएगी। हर माह वे एप्लीकेशन से कोड को स्कैन करेंगे। इससे पता चलेगा कि उनके पानी, बिजली का बिल कितना हुआ है। संपत्ति कर का पूरा विवरण एप से मिल जाएगा। यह निजी जानकारी उपभोक्ता और स्मार्ट सिटी कंपनी के बीच रहेगी। मिश्रा ने बताया कि स्मार्ट कंपनी के एप से बिल और टैक्स की ऑनलाइन पेमेंट भी किया जा सकेगा। स्मार्ट नेम प्लेट से 24 घंटे बिजली, पानी और बेहतर पर्यावरण मिलेगा। नगर परिषद ने सभी विस्तारों में डस्टबीन, वेंटीलेशन के लिए फैन, महिलाओं के लिए सेनिटरी नेपकीन, वेडिंग व इंसीनिरेटर मशीन की व्यवस्था पहले की जा चुकी है।
संघ प्रदेश ओडीएफ घोषित
एसएमसी को 7 अगस्त 2018 में ओडीएफ का पुरस्कार मिल चुका है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत कचरा निर्माण स्थल पर सूखा व गीला कचरा के अलग-अलग पृथक्करण, कुड़ेदान की व्यवस्था, सार्वजनिक स्वच्छता गृहों का निर्माण व रख-रखाव, बाजार व सडक़ों की सुबह शाम को नियमित सफाई को देखते हुए शहर को 13 मार्च 2019 को पुन: ओपन डिफिकेशन फ्री सिटी रि-सर्टिफाइड किया गया है। शहर में घर घर 100 प्रतिशत कचरे का संग्रह, परिवहन व प्रसंस्करण किया जा रहा है।
ऑनलाइन शिकायत
शिकायत व सुझाव नगर परिषद को ऑनलाइन दे सकते हैं। एसएमसी की वेबसाइट पर दर्ज शिकायत व सुझाव पर जल्दी सुनवाई होती है। राकेशसिंह चौैहान ने बताया कि वेबसाइट के माध्यम से जो भी समस्या व सुझाव मिलते हैं, उनका त्वरित निदान किया जाता है। शहर का कोई भी नागरिक खरीद-भुगतान, लावारिस जानवर, गटर समस्या, अनधिकृत निर्माण, जलापूर्ति, पीएमवाई, स्कूलों की जानकारी, ठोस अपशिष्ट, स्वच्छ भारत मिशन आदि जानकारी वेबसाइट पर देकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। शिकायत व सुझाव के आवेदन में प्रार्थी को पूरा पता व विवरण देना होता है।
Published on:
25 Feb 2020 06:14 pm
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