बेरोजगारों से ठगी का गोरखधंधा जारी है, सलाबतपुरा पुलिस ने रिंगरोड पर एक फर्जी कॉल सेंटर पकड़ा है।
सूरत. शहर में बेरोजगार व्यक्तियों को धोखा देकर ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का सलाबतपुरा में भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक महिला समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि रिंगरोड पर एक फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। जिसके बाद वहीं स्थित ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर एक अवैध कॉल सेंटर पर छापा मारा गय़ा। इस मामले में कॉल सेंटर संचालक दानिश सलीमभाई शाह और कॉल सेंटर कर्मचारी सभी शामिल थे जिन्होंने एक कंपनी शुरू की। उसके जरिए मिलकर वारदात को अंजाम दे रहे थे। वे ऑनलाइन डेटा एन्ट्री की जॉब का झांसा देकर करते थे वसूली।
पुलिस ने मौके से कंप्यूटर, मोबाइल फोन, लेपटॉप समेत 2.55 लाख रुपए का सामान जब्त किया है।
क्य़ा था तरीका ?
कंपनी ने एक वेब पोर्टल बनाया जो ऑनलाइन डेटा एंट्री कार्य के माध्यम से हजारों रुपए कमाने का अवसर प्रदान करता था। इस विज्ञापन में रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक भी दिया गया था।
वे दी गई वेबसाइट पर साइन अप करने वाले युवाओं के साथ सौदा करते थे। जिसके अनुसार, यदि उनका काम लगभग 80-85 प्रतिशत सटीक नहीं हुआ, तो उन्हें 5,880 रुपये का जुर्माना देना होगा।
सॉफ्टवेयर को इस तरह सेट किय़ा था कि भले ही काम पूरी तरह से सटीक हो, फिर भी यह इसे काफी कम प्रभावशाली बना देगा। इस तरह वे विभिन्न बैंक खातों के माध्यम से ऑनलाइन लेनदेन करके पैसा ठगने में कामयाब रहे। जो लोग पैसे देने में आनाकानी करते थे, उन्हें डरा-धमकाकर और कानूनी परिणाम भुगतने की धमकी देकर मजबूर किया जाता था।