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विनीत शर्मा
सूरत. कई लोगों को नहीं पता होगा कि थर्मल इमेजिंग कैमरा कैसा होता है और किस तरह काम करता है। लोगों को यह भी समझना होगा कि यह कैमरे क्यों खरीदे जाने चाहिए। एक कैमरा सात लाख का आता है और सूरत महानगर पालिका अपने दमकल बेड़े को मजबूत करने के लिए ऐसे सात कैमरे खरीदने जा रही है। इन कैमरों से लैस होने के बाद दमकल के लिए यह देखना आसान होगा कि आग की लपटों के बीच घने धुएं में कौन व्यक्ति कहां फंसा हुआ है। इससे दमकल के लिए रेसक्यू करना आसान होगा। इन कैमरों की खरीद के साथ ही मनपा देश की संभवतया अकेली लोकल बॉडी कारपोरेशन होगी जिसकी दमकल इस तरह के कैमरे से सज्ज होगी।
कारोबारी शहर सूरत सिंथेटिक कपड़े के लिए देश ही नहीं दुनियाभर में अपनी खास पहचान रखता है। यही नहीं ओएनजीसी समेत केमिकल की कई छोटी-बड़ी इकाइयां सूरत में संचालित हो रही हैं। सिंथेटिक कपड़ा और केमिकल का पेट्रोलियम से खास नाता है, इसलिए यह शहर हमेशा ही आग के मुहाने पर खड़ा रहता है। जरा सी चिंगारी लगी नहीं कि कपड़े को आग पकड़ते देर नहीं लगती। शहर में आए दिन कपड़े के गोदामों में आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं।
जब भी कोई बड़ा गोदाम या मार्केट आग की चपेट में आता है, दमकल टीम के लिए आग में फंसे लोगों की जान बचाना चुनौती से कम नहीं होता। इसके लिए कमर्शियल काम्प्लेक्स, कोचिंग क्लासेज और अन्य दुकानों में भी इंटीरियर के लिए जिस तरह से सिंथेटिक शीट और प्लास्टिक के इस्तेमाल का चलन बढ़ा है, वह भी पेट्रोलियम पदार्थ का ही हिस्सा है।
पिछले दिनों हुए तक्षशिला आग हादसे में भी कोचिंग क्लास में लगी इसी शीट की वजह से आग विकराल हो गई थी और कई मासूमों को बचने के लिए तीसरी मंजिल से कूदकर जान गंवानी पड़ी थी। इसके बाद से ही दमकल को तकनीकी रूप से सुदृढ करने की कवायद शुरू हो गई थी। शहर में होने वाले आग के हादसों को देखते हुए मनपा प्रशासन थर्मल इमेजिंग कैमरे खरीदने जा रहा है।
यह होगा लाभ
शहर में आए दिन आग के हादसे होते हैं। कई मामलों में बड़ी जनहानि होती है। कई बार तो ऐसी स्थिति बनती है कि आग के धुएं में दमकल के लिए यह देख पाना भी मुश्किल होता है कि आग में कितने लोग फंसे हुए हैं। ऐसे में रेस्क्यू दमकल टीम के लिए बड़ी चुनौती होती है। इसे देखते हुए मनपा प्रशासन ने सात थर्मल इमेजिंग कैमरे खरीदने का निर्णय किया है। एक कैमरे की कीमत सात लाख रुपए है। इन कैमरों की मदद से आग के धुएं में भी जहां तक नजर जाए यह देख पाना आसान होगा कि कोई अंदर तो नहीं फंस गया।
Published on:
09 Oct 2019 11:07 pm
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