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सोर्स-18 से 200 मिलियन व्यापार की उम्मीद

अच्छे ऑर्डर मिले तो सूरत के कपड़ा उद्यमियों को थोड़ी राहत जरुर मिल सकती है

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सोर्स-18 से 200 मिलियन व्यापार की उम्मीद


सूरत
मंदी से पीडि़त सूरत के कपड़ा उद्यमियों को सोर्स-18 से बड़ी उम्मीद है। यदि अच्छे ऑर्डर मिले तो सूरत के कपड़ा उद्यमियों को थोड़ी राहत जरुर मिल सकती है। कपड़ा उद्यमियों के अनुसार 200 मिलियन डॉलर का व्यापार होने की उम्मीद है।
सिन्थेटिक रेयोन टैक्सटाइल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल की ओर से आयोजित तीन दिवसीय एग्जिबिशन सोर्स का यह दूसरी बार आयोजन किया जा रहा है। इसके पहले 2016 में भी सोर्स का आयोजन किया गया था, जिसमें कि 80 मिलियन डॉलर का व्यापार हुआ था। इस बार उद्यमी 200 मिलियन डॉलर का व्यापार होने की उम्मीद व्यक्त कर रहे हैं। एग्जिबिशन में 35 देशों के 150 से अधिक खरीदार आए हैं। सूरत के 50 समेत देशभर में से 100 से अधिक उद्यमियों ने अपनी प्रोडक्ट के स्टॉल लगाए हैं। सूरत का कपड़ा उद्योग जीएसटी और मंदी के कारण पीडि़त है, सोर्स 2018 के आयोजन से उद्यमियों को अच्छा व्यापार मिलने की उम्मीद है।

नवजात को बदलने के शक में न्यू सिविल में जमकर हंगामा
नवजात को बदलने की गलतफहमी को लेकर शुक्रवार को एक परिवार ने न्यू सिविल अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। चिकित्सकों के परिवार को बताए बिना नवजात को अन्य विभाग में रैफर करने के कारण गलतफहमी पैदा हुई। परिवार को समझाने के बाद मामला शांत हुआ।
न्यू सिविल अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक कड़ोदरा तातीथैया निवासी अर्चना मनोज जयसवाल ने पांच दिन पहले पुत्री को जन्म दिया था। वजन कम होने के कारण नवजात को न्यू सिविल अस्पताल के एनआइसीयू वार्ड में भर्ती किया गया था। तबीयत बिगडऩे पर चिकित्सकों ने उसे क्रिटिकल विभाग में रैफर कर दिया। इसकी जानकारी उस वक्त परिजनों को नहीं दी गई। शुक्रवार को जब चिकित्सकों ने परिजनों को बताया कि नवजात को क्रिटिकल विभाग में भर्ती किया गया है तो वह मानने को तैयार नहीं थे और नवजात को बदलने का आरोप लगाते हुए उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। बाद में चिकित्सकों ने परिवार को समझाया और उनकी गलतफहमी दूर की।
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