
काकरापार परमाणु केंद्र में तीसरे रिएक्टर का सफल परीक्षण
बारडोली. सूरत और तापी जिला की सरहद पर स्थित काकरापार परमाणु केंद्र मे तीसरे रिएक्टर का सफल परीक्षण किया गया। 700 मेगावाट क्षमता के इस नए रिएक्टर में आगामी दिनों में ऊर्जा उत्पादन शुरू हो जाएगा।
काकरापार परमाणु केंद्र में कुल चार रिएक्टर हंै जिसमें 220 मेगावॉट क्षमता वाले दो रिएक्टर पहले से ही काम कर रहे हैं। तीसरे रिएक्टर की क्षमता 700 मेगावॉट है, सफल परीक्षण के बाद यह भी आगामी दिनों में उत्पादन शुरू कर देगा। 700 मेगावॉट क्षमता का चौथा रिएक्टर 2021 में काम शुरू करेगा।
भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के काकरापार परमाणु केंद्र पवार प्रोजेक्ट (केएपीपी) में तैयार किया गया यह भारत का पहला स्वदेशी उपक्रम है। साइट डाइरेक्टर एमपी हांसोरा, प्रोजेक्ट डाइरेक्टर एम वेंकेचलम की उपस्थिति में रिएक्टर का परीक्षण किया गया जो सफल रहा। रिएक्टर और उसके पुर्जे भारतीय उद्योगों में ही बनाए गए हैं। इसका निर्माण कार्य भी भारतीय ठेकेदारों ने ही किया है। परमाणु ऊर्जा टेक्नोलॉजी की दृष्टि से यह भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है।
1992 में शुरू हुई थी पहली यूनिट
काकरापार परमाणु केंद्र की पहली यूनिट वर्ष 1992 में शुरू हुई थी। वर्ष 1995 में दूसरी यूनिट ने काम शुरू किया था। दोनों यूनिट की स्थापना के समय आसपास के गांवों में ऑफ साइट इमरजेंसी लागू की गई थी। निर्माण के बाद से हर दो साल में यहां डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत मोकड्रिल भी की जाती है।
प्रधानमंत्री-गृहमंत्री ने दी बधाई
तीसरे रिएक्टर के सफल परीक्षण के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर बधाई दी। मोदी ने अपने ट्वीट में कहा कि काकरापार प्लांट के रिएक्टर तीन का आज क्रिटिकल हुआ है। रिएक्टर भारत में ही तैयार हुआ है, इसलिए प्रधानमंत्री ने इसे मेक इन इंडिया की उपलब्धि बताया। गौरतलब है कि जब परमाणु प्लांट निर्विघ्न रूप से काम करना शुरू करता है, तो परमाणु विज्ञानी उसे रिएक्टर क्रिटिकल होना कहते हैं।
Published on:
23 Jul 2020 05:48 pm
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