
यूनिस्केप की टीम ने दिया प्रजेंटेशन, लिया जायजा
सूरत. सस्टेनेबल अर्बन ट्रांसपोर्ट इंडेक्स के अध्ययन के लिए तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार को सूरत आई यूनिस्केप की टीम ने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा लिया। टीम सदस्यों ने मनपा अधिकारियों और पदाधिकारियों के समक्ष प्रजेंटेशन दिया तथा स्मैक सेंटर का जायजा लिया।
यूनाइटेड नेशंस इकोनॉमिक एण्ड सोशल कमीशन फॉर एशिया एण्ड द पेसिफिक (यूनिस्केप) इन दिनों एशिया में ट्रांसपोर्ट सिस्टम को समझ कर सस्टेनेबल अर्बन ट्रांसपोर्ट इंडेक्स (एसयूटीआइ) पर काम कर रही है। इसके लिए एशिया के छह शहरों का चयन किया गया है। इनमें सूरत देश का अकेला शहर है। इस अध्ययन का मकसद विभिन्न शहरों में ट्रांसपोर्ट सिस्टम की कंपरेटिव स्टडी कर रिपोर्ट तैयार करना है। इसके लिए दस अलग-अलग पैरामीटर पर शहर की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को परखने की कवायद हो रही है। इस रिपोर्ट का लाभ यह रहेगा कि जिन शहरों में ट्रांसपोर्ट सिस्टम गड़बड़ा रहा है, सस्टेनेबल अर्बन ट्रांसपोर्ट इंडेक्स के जरिए उसमें सुधार कर पाएंगे।
सस्टेनेबल अर्बन ट्रांसपोर्ट इंडेक्स के अपने पैरामीटर पर शहर की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को परखने के लिए यूनीस्केप की टीम तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार को सूरत आई। टीम सदस्यों ने मनपा अधिकारियों और पदाधिकारियों के समक्ष प्रजेंटेशन देकर सस्टेनेबल अर्बन ट्रांसपोर्ट इंडेक्स का मकसद समझाया और अन्य शहरों में ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पर अपने अनुभव साझा किए।
सस्टेनेबल कंसलटेशन और स्टेक होल्डर्स की बैठक में उन्होंने साफ किया कि सस्टेनेबल अर्बन ट्रांसपोर्ट इंडेक्स से शहरों को अपने यहां ट्रांसपोर्ट सिस्टम के आंकलन में सहूलियत रहेगी। साथ ही विभिन्न पैरामीटर्स पर खामियों को सुधारने में मदद मिलेगी। टीम ने मनपा मुख्यालय में बने स्मैक सेंटर का भी जायजा लिया। टीम ने बीआरटीएस और सिटी बस में सफर का भी लुत्फ उठाया। बैठक में आयुक्त एम. थेन्नारसन, सेप्ट के शिवानंद, डिप्टी कमिश्नर राजेश पंड्या, उपमहापौर नीरव शाह, नेता शासक पक्ष गिरिजाशंकर मिश्रा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
समझेंगे ट्रांसपोर्ट सिस्टम
यूनिस्केप की टीम तीन दिन शहर में रुककर यहां के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को समझेगी। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था के अध्ययन के लिए टीम बसों में सफर के साथ ही बीआरटीएस बस डिपो, वर्कशॉप, बीआरटीएस बस शेल्टरों का स्थलीय दौरा करेगी। साथ ही टीम सदस्य पुलिस और जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर ट्रैफिक कंट्रोल मैनेजमेंट को समझेंगे। इस दौरान टीम आइटीएमएस और एफसीएस को समझने के साथ ही वाहनों से शहर में प्रदूषण की हालत तथा हवा की गुणवत्ता को भी समझेगी।

Published on:
25 Jul 2018 09:43 pm
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