
फर्जी पहचान बता कर करते थे मोबाइल पर कॉल
सूरत. बीमा, पैंशन लाभ व सरकारी टैक्स में राहत का झांसा देकर निवेश के बहाने लाखों की ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के दो और आरोपियों को क्राइम ब्रांच की साइबर सैल ने गिरफ्तार किया है। इन दोनों के साथ इस मामले में पांच जनों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
पुलिस के मुताबिक उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद जिले के हरमपुर गांव निवासी गौरव त्यागी (23) व उतराखंड के हरिद्वार जिले के मोहम्मदपुर गांव निवासी गौरव शर्मा (२७) दोनों विनोद राय पोपट (65) के साथ हुई ४९ लाख रुपए की ठगी में लिप्त थे।
उन्होंने मुख्य सूत्रधार उतराखंड के गढ़वाल जिले के कफोल गांव का निवासी उम्मेदसिंह बिष्ट की तरह रोहित राजदान, बी श्रीराम व गणपत राय आदि फर्जी नाम धारण कर पीडि़त से बातचीत की थी। अन्य साथियों के साथ मिल कर नियोजित साजिश के तहत उन्होंने १० सितम्बर २०१४ को विनोद को कॉल कर लुभावनी बीमा स्कीमों के बारे में बताया साथ ही विभिन्न किस्म कर राहत व लोन सुविधा आदि के बारे में बताया।
मार्च २०१६ तक उन्होंने ६२ लाख ४७ हजार १६५ रुपए पॉलिसियों में निवेश करवाया। उससे ४ लाख ८५ हजार १२३ रुपए ले लिए। उसके बाद पॉलिसी का पैमेंट रीलीज करवाने के बाहने अलग अलग चार्ज बता कर २०१८ तक बैंक ट्रांजेक्शन के जरिए २७ लाख ६६ हजार ११२ व आंगडिया से १६ लाख ५८ हजार रुपए नकद ले लिए। इस बीच उन्होंने पीडि़त का भरोसा हासिल करने के लिए ईमेल, व्हॉट्सएप के जरिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस आदि के लोगो व सील लगे कई फर्जी लेटर भी भेजे। जब पीडि़त ने निवेश की राशि के लिए तकाजा शुरू किया तो जवाब देना बंद कर दिया।
इस संबंध में विनोद की प्राथमिकी के आधार पर साइबर क्राइम सैल ने दिल्ली, उत्तरप्रदेश व उतराखंड में जांच शुरू की थी। पुलिस ने मुख्य सूत्रधार उम्मेद सिंह को गिरफ्तार करने के बाद उसके दो और साथियों को पकड़ा था। उनसे पूछताछ में त्यागी और शर्मा की जानकारी मिलने पर उन्हें भी मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया।
Published on:
22 Aug 2019 12:18 pm
बड़ी खबरें
View Allसूरत
गुजरात
ट्रेंडिंग
