हुब्बली. कोरोना के बाद से कर्नाटक के विश्वविद्यालयों का शिड्यूल गड़बड़ा गया है। इससे शिक्षा सत्र की गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। युवा चाहते हैं कि प्रदेश के सभी विश्वद्यालयों का स्तर एकसार नियमित किया जाए। साथ ही छात्रों को अंतर विश्विद्यालय में स्थानांतरित होने की छूट दी जाए। महंगी होती शिक्षा भी युवाओं की बड़ी समस्या है। उनका मानना है कि शिक्षा के व्यवसायीकरण पर रोक लगनी चाहिए। कॉलेजों में पढ़ रहे युवाओं में अपने भविष्य को लेकर असुरक्षा का भाव है। पत्रिका से बातचीत में उन्होंने बताया कि सरकारी नौकरी में बड़ी। संख्या में पड़ रिक्त पड़े हैं। नई सरकार को सत्ता में आते ही, इस सम्बंध में नोटिफिकेशन जारी कर नौकरी के अवसर खोलने चाहिए।