
नई शिक्षा नीति : वीएनएसजीयू गुजरात का पहला विश्वविद्यालय जिसमें होंगे अब दो शैक्षणिक सत्र
सूरत
वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय( वीएनएसजीयू) ने केंद्र की नई शिक्षा नीति 2020 पर अमल करते हुए डबल एंट्री सिस्टम (साल में दो बार प्रवेश) को लागू करने जा रहा है। वीएनएसजीयू गुजरात का पहला विश्वविद्यालय है जो साल में दो बार विद्यार्थियों को प्रवेश देगा। साल में एक साथ दो सत्र चलाने की इच्छा रखने वाले कॉलेजों से विवि ने 30 नवंबर तक आवेदन मंगाए है। विवि जनवरी 2022 से ही इस नई प्रणाली को लागू करने की तैयारी कर रहा है।
केंद्र की ओर से देश की शिक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर यह बदलाव हो रहा है। इसके लिए नई शिक्षा प्रणाली 2020 को जारी किया गया है। इस नई शिक्षा प्रणाली पर सूरत के वीएनएसजीयू ने अमल करना शुरू कर दिया है। जिसके अंतर्गत अब वीएनएसजीयू डबल एंट्री सिस्टम को लागू करने जा रहा है। जिसके तहत साल में दो बार विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। इस प्रस्ताव को सिंडिकेट ने भी पास कर दिया है। अब विवि साल में दो बार विद्यार्थियों को प्रवेश देने के दूसरे चरण की तैयारी कर रहा है।
- दो होंगे सत्र
डबल एंट्री सिस्टम में दो सत्र होंगे। पहला सत्र जो रेगुलर है वो जून से मई तक का होगा। दूसरा सत्र जनवरी से दिसंबर का तय किया है। इसके अंतर्गत अब साल में दो बार अलग अलग सत्र के लिए प्रवेश की प्रक्रिया होगी। दूसरे सत्र में कॉमर्स, आर्ट्स और साइंस के ग्रेजुएट कोर्स में विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा।
- कॉलेजों से मंगाए आवेदन
विवि इसे जनवरी 2022 से ही लागू करना चाहता है। इसलिए साल में दो सत्र चलाने की इच्छा रखने वाले कॉलेजों के पास से आवेदन मंगाए गए है। कॉलेजों को 30 नवंबर तक आवेदन करने की सूचना दी गई है। आवेदनों की संख्या से पता चलेगा कितने कॉलेज साल ने दो सत्र चलाने की इच्छा रखते है। इस पर आगे की रणनीति तय होगी।
- होगा निरीक्षण फिर मंजूरी
आवेदन करने वाले कॉलेजों का विवि निरीक्षण करेगा। क्लास की संख्या, प्राध्यापकों की संख्या, सुविधा की जांच के लिए लोकल इनक्वायरी कमिटी गठित की जाएगी। इस कमिटी की रिपोर्ट पर कॉलेज को दूसरा सत्र चलाने की अनुमति दी जाएगी।
- प्रवेश, पढ़ाई और परीक्षा अलग अलग
पहले और दूसरे सत्र की प्रवेश प्रक्रिया, पढ़ाई और परीक्षा अलग अलग होगी। दूसरे सत्र वाले विद्यार्थी पहले सत्र के विद्यार्थियों से एक सेमेस्टर में पीछे होंगे।
- कोई भी नहीं रहेगा प्रवेश से वंचित
जिस विद्यार्थी को रेगुलर में प्रवेश नहीं मिल पाता उसके लिए स्वयंपाठी पाठयक्रम की व्यवस्था है। अब डबल एंट्री सिस्टम के लागू होने से विद्यार्थी को प्रवेश का तीसरा अवसर भी मिलेगा। जिससे अब वीएनएसजीयू में प्रवेश लेने से कोई भी विद्यार्थी वंचित नहीं रहेगा।
- राज्य का पहला विवि है
वीएनएसजीयू नई शिक्षा नीति को अमल में लाते हुए साल में दो बार सत्र चलने जा रहा पहला विश्वविद्यालय है। जनवरी 2022 से ही इस लागू करने के प्रयास शुरू कर दिए गए है। अब कितने कॉलेज इसने रुचि रखते है, कितने आवेदन आते है। इसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस सिस्टम के लागू होने से कोई भी प्रवेश से वंचित नहीं रहेगा।
- जयदीप चौधरी, कार्यकारी कुलसचिव, वीएनएसजीयू
Published on:
24 Nov 2021 08:34 pm
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