- मुम्बई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलवे परियोजना... - गर्डर कास्टिंग यार्ड, गर्डर लॉन्चिंग साइट और सूरत हाई स्पीड रेलवे स्टेशन का दौरा किया
सूरत. नेशनल हाई स्पीड रेल कोरपोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के सूरत कार्यालय में कंक्रीट संरचनाओं की गुणवत्ता नियंत्रण और संपत्तियों की स्थायित्व प्राप्त करने विषय पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसमें जापानी और भारतीय विशेषज्ञों द्वारा कंक्रीट संरचनाओं के गुणवत्ता नियंत्रण पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ। वर्कशॉप का आयोजन एशियन डेवलपमेंट बैंक इंस्टिच्यूट (एडीबीआई), टोक्यो, जापान रेलवे टेक्निकल सर्विस (जेएआरटीएस), एनएचएसआरसीएल एवं जापान इंटरनेशनल कॉर्पाेरेशन एजेंसी (जेआईसीए) द्वारा किया गया।
वर्कशॉप में एनएचएसआरसीएल के प्रबंध निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए उपयोग किए जाने वाले कंक्रीट की गुणवत्ता और स्थायित्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि, निर्माण के क्षेत्र में नवीन समाधानों और प्रौद्योगिकी से स्थायी बुनियादी ढांचा हासिल करने में मदद मिलेगी। वर्कशॉप में आईआईटी कानपुर, आईआईटी मद्रास, एनआईटी सूरत के फैकल्टी, मुम्बई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेलवे (एमएएचएसआर) के कॉन्ट्रेक्टर और सलाहकारों के प्रतिनिधियों के साथ आरटीआरआई, पूर्वी जापान रेलवे और एडीबीआई के प्रतिभागी भी उपस्थित थे। जापानी प्रतिनिधि मंडल ने एमएएचएसआर के विभिन्न निर्माण स्थलों जैसे गर्डर कास्टिंग यार्ड, गर्डर लॉन्चिंग साइट, नदी और अन्य पुल स्थल, सूरत हाई स्पीड रेलवे स्टेशन आदि का दौरा किया। वर्कशॉप में लगभग 150 प्रतिभागियों ने भाग लिया।