देश की नामी खाद कंपनियों की शिकायत पर सोमवार को कृषि विभाग के उडऩदस्ता दल ने बिलासपुर मार्ग स्थित एक व्यवसायी के निजी गोदाम में दबिश दी तो वहां का नजारा देख उनके भी होश उड़ गए। किसानों को बर्बाद करने यहां नकली खाद का जखीरा भरा पड़ा था। इस गोदाम में नवरत्ना व आनंद फास्फेट जैसी नामी कंपनी की बोरियों में मिलावटी खाद तैयार किया जा रहा था। गोदाम में नवरत्ना व आनंद कंपनी का हजारों बोरी स्टाक उडऩ दस्ता दल को मिला।
खाद में मिलाने के लिए मौके पर बड़ी मात्रा में फ्लाई एश का डस्ट व मिट्टी तेल से तैयार स्प्रिट भी मिला। कार्रवाई के बाद फिलहाल प्रशासनिक अमले ने गोदाम को सील कर दिया है। कंपनियों के अधिकारियों द्वारा संबंधित गोदाम संचालक के खिलाफ थाने में जुर्म दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।
देश की नामी खाद कंपनी उड़ीसा की पारादीप फास्फेट लिमिटेड की पीपीएल नवरत्ना व डीएपी के नाम से अविभाजित सरगुजा जिले में नकली खाद बेचे जाने की शिकायत लगातार मिल रही थी। कंपनी के कर्मचारी पिछले 15 दिनों से लगातर सरगुजा के अंदर विभिन्न दुकानों में दबिश देकर खाद की जांच कर रहे थे। इसी दौरान बलरामपुर के डिंडो में उन्हें एक दुकान में 50 बोरी नवरत्ना व आनंद फास्फेट की नकली खाद मिली।
लेकिन कर्मचारियों ने बड़े व्यवसायी को पकडऩे के लिए उन पर कुछ कार्रवाई नहीं की। बारिश शुरू होते ही कृषि विभाग द्वारा भी नकली खाद पकडऩे के लिए उडऩ दस्ता दल का गठन किया गया है। सोमवार को कृषि विभाग के उडऩ दस्ता दल ने बिलासपुर मार्ग पर स्थित कई दुकानों में छापामार कार्रवाई की। इसी दौरान सांड़बार डम्पिंग यार्ड के समीप एक गोदाम के बाहर एक ट्रक के फंसे होने की जानकारी मिली, जिसमें खाद लोड था।
इसकी जानकारी लगने पर कृषि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे, तो वहां का नजारा देख उनके भी होश उड़ गए। अधिकारियों को देख वहां काम कर रहे मजदूर फरार हो गए। कंपनी के अधिकारियों के साथ कृषि विभाग के अधिकारियों ने जब गोदाम के अंदर प्रवेश किया तो वहां पहले से ही हजारों बोरी पारादीप फास्फेट लिमिटेड का पीपीएल नवरत्ना व डीएपी खाद था।
अधिकारियों ने जब जांच किया तो पता चला कि कम दर पर बाहर से नर्मदा फास्फेट लिमिटेड का खाद लाकर उसे नवरत्ना पीपीएल व डीएपी के बोरे में भरकर बाजार में खपाने का काम किया जा रहा है। गोदाम में हजारों बोरी नकली खाद पड़ा था। इसके साथ ही कृषि अधिकारियों ने बगल में स्थित एक गोदाम को तहसीलदार की उपस्थिति में खुलवाया तो उसके अंदर भारी मात्रा में फ्लाई एश का डस्ट खुले में पड़ा हुआ मिला।
व्यवसायी द्वारा फ्लाई ऐश का डस्ट को आनंद फास्फेट के बोरे में डालकर किसानों को बेचने के लिए बाजार में खपाया जा रहा था। कृषि विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई की पूरी जानकारी मोबाइल पर कलक्टर भीम सिंह को दी। कलक्टर के निर्देश पर तहसीलदार ने मौके पर पहुंच पूरी कार्रवाई का रिपोर्ट तैयार करवाकर गोदाम को सील कर दिया।
कार्रवाई में कृषि विभाग क उप संचालक एसपी बीरा, एडिशनल एसपी वेदव्रत सिरमौर, एसडीओ डीसी कौशले, एसएडीओ एम्ब्रोस टोप्पो, बीटीएम डीपी त्रिपाठी, लखनपुर टीआई, कोतवाली व मणीपुर चौकी प्रभारी शामिल रहे।
ऐसे हो रहा था नकली खाद तैयार
आनंद फास्फेट व पारादीप फास्फेट के कर्मचारियों के अनुसार संबंधित गोदाम का मालिक पीपीएल व डीएपी नामक खाद तैयार करने के लिए बिलासपुर के नर्मदा फास्फेट लिमिटेड का खाद मंगाता था, जिसका बाजार मूल्य महज 300 रुपए बोरी है। इस खाद को निकाल कर इसमें फ्लाई एश का डस्ट मिलाने के साथ कुछ केमिकल मिलाया जाता था।
इसके बाद तैयार मिलावटी खाद को पारादीप फास्फेट लिमिटेड के नवरत्ना पीपीएल व डीएपी के नाम से बोरियों में भरकर बाजार भेज दिया जाता था। नवरत्ना के पीपीएल व डीएपी खाद के 50 किलो की बोरी की कीमत बाजार में 1250 रुपए है। सबसे अधिक मांग इसी खाद का होने की वजह से हाथों-हाथ नकली खाद बाजार में बिक जा रहा था।
किसानों के साथ खुला खिलवाड़
चंद रुपए के लालच में व्यवसायी द्वारा कई किसानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। सोमवार को हुई कार्रवाई में कृषि अधिकारियों को यह भी पता चला कि व्यवसायी द्वारा आनंद फास्फेट के बोरी में फ्लाई ऐश के डस्ट में सुगंध के लिए प्राफिट सुपर नामक केमिकल व मिट्टी तेल से तैयार स्प्रिट मिलाया जाता था, ताकि किसान को खाद के नकली होने की शंका न हो। किसानों द्वारा खेतों में जब आनंद फास्फेट का नकली खाद खेत में डाला जाता तो इससे क्रांकिट तैयार होता और फसल पूरी तरह से बरबाद हो जाती।
कई बोरी खप चुका बाजार में
अधिकारियों के अनुसार अभी तक कई बोरी मिलावटी खाद बाजार में खपाई जा चुकी है। इसी वजह से हमेशा कृषि अधिकारियों के पास इस बात की शिकायत किसानों द्वारा की जाती थी कि नवरत्ना डीएपी व पीपीएल खाद वे नहीं लेंगे। अधिकारियों ने बताया कि बाजार में इन दोनों कंपनियों के नाम से जो खाद इस गोदाम से खपाई जा रहा थी वह पूरी तरह से मिलावटी है।
अधिकारियों के अनुसार गोदाम संचालक द्वारा जब एक लॉट तैयार कर बाजार में खपा लिया जाता था, तब दूसरा लाट तैयार कराया जाता था। दिनभर लेबर गोदाम में काम करते थे और रात में मिलावटी खाद नवरत्ना के असली बोरी में भरकर बाकायदा कम्पनी का टैग लगाकर ट्रकों में रवाना कर दिया जाता था।
नकली स्प्रिट भी किया जाता था तैयार
गोदाम में खाद के साथ नकली पेंट स्प्रिट भी तैयार किया जाता था। इसके लिए दो पानी टंकी गोदाम के अंदर बनाए गए थे। इसमें मिट्टी तेल भरकर उससे स्प्रिट तैयार कर बाजार में खपाने का भी काम किया जा रहा था।
गोदाम कर दिया गया है सील
मिलावटी खाद तैयार किए जाने की जानकारी विभाग को मिली थी। गोदाम के संचालन से संबंधित कृषि विभाग में भी कोई पंजीयन नहीं है। उडऩ दस्ता दल द्वारा छापामार कार्रवाई की गई। प्रथम दृष्टया जांच में खाद के मिलावटी होने की शंका है। गोदाम को सील करने के साथ जब्त खाद का सैंपल जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। इसके साथ ही व्यवसायी का पता कर उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण भी दर्ज कराया जाएगा।