सुबह मंगला आरती से श्रद्धालुओं का डिग्गी पहुंचना Devotees reach Diggi from Mangla Aarti शुरु हो गया, जो देर रात तक जारी रहा। वहीं मध्य रात्रि 12 बजे खीर की महाप्रसादी का भोग लगाकर श्रद्धालुओं को वितरित Delivered to devotees by offering Kheer Mahaprasadi की गई। शरद पूर्णिमा के अवसर पर कल्याणधणी की धवल वस्त्रों में सजाई गई झांकी Kalyanadhani’s dress decorated in Dhaval garments के दर्शनों को श्रद्धालुओं की कतार लगी रही।
read more : बच्चों ने आचार्य विद्यासागर का अवतरण दिवस मनायादूनी. तहसील क्षेत्र के कस्बों-गांवों के मंदिरों में शरद पूर्णिमा के अवसर पर भगवान की धवल पोशाक में झांकिया सजा अद्र्धरात्रि को खीर का भोग लगा महाआरती उतार श्रद्धालुओं को प्रसादी का वितरण किया गया। इससे पहले शाम से अद्र्धरात्रि तक भजन संध्या का आयोजन किया गया।
दूनी के चारभुजानाथ, राजा रणछोडऩाथ, जानरायजी, सीतारामजी, सत्यनारायण भगवान मंदिर सहित अन्य कस्बों-गांवों के मंदिरों में शरद पूर्णिमा धुमधाम से मनाई गई। इस मौके पर सत्यनारायण तिवाड़ी, रामप्रसाद फ्लेट, मोहनलाल खाण्ड़ल, कमल अन्य मौजूद थे।
read more : देवली सीआइएसएफ की कवायद,नौकायन, मनोरंजन की सुविधाओं का होगा विकास, नेकचाल झील के सहारे विकसित होगा पार्कप्रतियोगिताएं हुईपीपलू (रा.क.). उपखंड क्षेत्र के ग्राम कठमाणा में चामुंडा माता का दो दिवसीय लोक सांस्कृतिक मेला घुड़दौड़ प्रतियोगिता व महाआरती के साथ सम्पन्न हुआ। मेला प्रभारी रामकरण मीणा ने बताया कि घुड़दौड़ प्रतियोगिता व चाल प्रतियोगिता दोनों में ही प्रहलाद मीणा प्रथम, देवकरण डोई द्वितीय स्थान पर रहे, जिन्हें चामुंडा माता मेला समिति की ओर से माला पहना साफा बंधा पुरस्कृत किया गया।
मेला उपलक्ष्य में मंदिर के गर्भगृह में विराजित चामुंड़ा, काली एवं अन्नपूर्णा माता देवी की मनोरम झांकी सजाने सहित विशेष पूजा अर्चना के कार्यक्रम हुए। पुजारी मेवाराम भोपा ने बताया कि रामकरण मीणा, राजेंद्रसिंह राजावात, राजाराम डोई, सीताराम शर्मा, सुरेंद्र जैन आदि मौजूद रहे।
read more : मालपुरा कर्फ्यू में आज10 घंटे की ढील, इंटरनेट पर 16 अक्टूबर तक रहेगी रोकपंचामृत से अभिषेकपीपलू (रा.क.). कस्बे के भैरवानाथ मंदिर में भैरव स्त्रोत पठन अनुष्ठान कार्यक्रम का आयोजन हुआ। आचार्य पंडित कैलाशचंद त्रिपाठी के सान्निध्य में विद्वान पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना करवाई।
इस दौरान शिवजीराम खोखर,पंडित कौमुदी प्रसाद पारीक, चंद्रमोहन त्रिपाठी, दीनदयाल जैमन, ब्रह्मानंद त्रिपाठी आदि ने भैरव स्त्रोत का पठन किया। वहीं भैरवनाथ का पंचामृत से अभिषेक किया गया। इस मौके पर भैरवनाथ की भव्य झांकी सजाई गई।