अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवनीशकुमार शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित मालपुरा के बस स्टैण्ड क्षेत्र निवासी आशीष पुत्र नोरतराम गुर्जर तथा मालपुरा के टोडारायसिंह रोड निवासी नवेद पुत्र नवाब है। उन्होंने बताया कि गत 2 जून को घंटाघर के समीप एक बैंक के बाहर से बाइक चोरी हुई थी। इसके आरोपी मोबाइल फोन पर बात करते-करते ही बाइक ले गए थे।
कोतवाली थाना पुलिस ने बैंक के बाहर लगे फुटेज के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लिया। मामले में पुलिस ने एक बालअपचारी को निरुद्ध किया और उसकी निशानदेही पर बाइक बरामद की।
गठित की विशेष टीम
इसके बाद पुलिस अधीक्षक योगेशकुमार दाधीच ने शहर में हो रही बाइक चोरी के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार शर्मा के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक संजय शर्मा के नेतृत्व में टीम का गठन किया। इसमें कोतवाली थाना प्रभारी बी.एल. मीना, एएसआई जगदीश, हैडकांस्टेबल शंकर लाल, कांस्टेबल रामप्रसाद, मन्जूर, चन्द्रप्रकाश व राकेश को शामिल किया गया।
इस गठित विशेष टीम ने शहर के कई इलाकों समेत सआदत अस्पताल तथा जनाना अस्पताल के पार्किंग में खड़ी होने वाली बाइकों पर नजर रखनी शुरू कर दी। साथ ही पूछताछ शुरू कर दी। इसमें पता चला कि दो युवक प्रति दिन मालपुरा से बस में बैठकर टोंक आते हैं और बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं।
इस दौरान टीम को सूचना मिली कि दो युवक बहीर की ओर से आ रहे हैं। पुलिस ने संदेह के आधार पर जनाना अस्पताल के बाहर घेरा डालकर हिरासत में ले लिया। इसमें बाइक के बारे में पूछा तो उन्होंने पहले खरीदना बताया। बाद में कबूल किया कि बाइक चोरी की थी। इस पर पुलिस ने आशीष तथा नवेद को गिरफ्तार कर लिया।
तीन दर्जन वारदातों को दिया अंजाम
दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बाइक चोरी करने की तीन दर्जन वारदातों को कबूला है। उन्होंने टोंक, जयपुर के सांगानेर, प्रतापनगर, सिन्धीकैम्प, सांगानेर सदर, सदर रेल्वेस्टेशन, करधनी, झोटवाडा, ट्रांसपोर्टनगर, आदर्शनगर आदि थाना क्षेत्र में वारदात को अंजाम दिया है। इसके अलावा आगरा समेत अन्य इलाकों में भी चोरी की है।
पुलिस ने जयपुर एवं टोंक से चोरी की 10 बाइक को आरोपियों की निशादेही पर बरामद की है। गिरोह मे शातिर बाल अपचारी को पहले ही निरुद्ध कर बाल सुधार गृह भेजा जा चुका है।
गिरोह का सरगना लॉक तोडऩे में माहिर
गिरोह का सरगना आशीष गुर्जर है। ये बाइक का लॉक तोडऩे में माहिर है। बाइक के लॉक को महज पलक झपकने वाले समय में ही तोड़ देता है। ये आरोपी बाइक को महज 5 से 15 हजार रुपए में बेच दिया करते थे। पुलिस को अभी और वारदातें खुलने की सम्भावना है। पुलिस ने आरोपियो को न्यायालय में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमाण्ड पर लिया है।