
महाराणा प्रताप से जुड़े स्थल
मुुुुकेश हिंंगड़/ उदयपुर . महाराणा प्रताप से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों के जीर्णोद्धार एवं उनकी सुरक्षा पर करोड़ों रुपए खर्च कर दिए लेकिन जो कुछ निर्माण हुए, वे सब जीर्ण-शीर्ण हो गए या उनकी किसी ने सुध नहीं ली लेकिन अब सरकार और स्थानीय प्रशासन सबसे पहले इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। इसके तहत गोगुंदा के स्मारक पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, वहीं मायरा की गुफा तक आसान पहुंच के लिए सडक़ बनाने का प्रस्ताव सरकार को पुन: भेजा गया है। साथ ही गुफा तक कैसे पहुंचा जाए, इसके लिए पर्यटन विभाग जगह-जगह पर संकेतक भी लगाएगा।
यह सब निर्णय विभिन्न विभागों और जनप्रतिनिधियों ने राजस्थान पत्रिका के आओ और बढ़ाएं प्रताप का मान अभियान से प्रेरित होकर किए। इन सबका इस बात पर जोर था कि प्रताप ने जो कुछ किया, वह हम नहीं कर सकते हैं लेकिन उनसे जुड़े ऐतिहासिक स्थलों की सार -संभाल का काम तो हम कर सकते हैं। आज देश-दुनिया में प्रताप का नाम है और हमें भावी पीढ़ी को भी प्रताप के स्वाभिमान और मान से अवगत करवाना है।
हाइवे पर भी पर्यटकों को बताएंगे रास्ते
गोगुंदा प्रधान व पर्यटन विभाग इस बात पर जोर दे रहे हैं कि उदयपुर-पिंडवाड़ा हाइवे से गुजरने वाले पर्यटकों की प्रताप से जुड़े ऐतिहासिक स्थल तक पहुंचाने के लिए हाइवे पर बड़े-बड़े संकेतक लगाए जाएंगे। गोगुंदा स्थित राजतिलक स्थली एवं मायरा की गुफा के लिए भी बोर्ड
लगाए जाएंगे।
मायरा की गुफा सडक़ को प्राथमिकता
इधर, गोगुंदा विधायक प्रतापलाल भील ने मायरा की गुफा तक सडक़ बनाने के लिए सरकार को पुन: प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए थे। इस पर सार्वजनिक निर्माण विभाग ने इस प्रस्ताव को फिर भेजा है और जोर दिया कि प्रताप की गुफा तक जाने वाली इस सडक़ को प्राथमिकता दी जाए।
गुफा का रास्ता बताएंगे संकेतक
मायरा की गुफा तक ऊबड़-खाबड़, पथरीले और जंगल के बीच से गुजरने वाले रास्ते में संकेतक बोर्ड लगाए जाएंगे। पर्यटन विभाग की उप निदेशक सुमिता सरोच ने बताया कि इस कार्य को सडक़ बनने के बाद पूरा कर लिया जाएगा ताकि वहां आने-जाने वालों को रास्ता पता चल सके।
राजतिलक स्थली की सुरक्षा पर फोकस
गोगुंदा के विधायक प्रतापलाल भील, गोगुंदा प्रधान पुष्कर तेली व गोगुंदा सरपंच गागूलाल मेघवाल ने माना कि वे प्रताप के इस ऐतिहासिक स्मारक पर पूरा ध्यान देंगे। जैसे जरूरत पड़ेगी वैसे बजट देंगे। प्रधान तेली ने कहा कि स्मार्ट विलेज के तहत प्रताप स्मारक को सीसीटीवी कैमरों से लैस कर देंगे ताकि मेवाड़ कॉम्पलेक्स योजना के तहत अब जो विकास हो रहा है, उस पर नजर रह सकें। चूंकि पहले जो कुछ किया, उसको समाजकंटकों ने नुकसान पहुंचा दिया है।
Published on:
30 Jun 2018 12:32 pm
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