
आबकारी अधिकारी यशवंत शर्मा हत्याकांड : इस तरह चला पूरा घटनाक्रम, मदद के लिए बेटी चिल्लाती रही मगर कोई नहीं आया आगे
उदयपुर . खून से लथपथ पिता की जान बचाने के लिए बेटी नेहा अंधेरे में सडक़ से गुजर रहे कई वाहन सवारों से हाथ जोडकऱ मदद की मिन्नतें करती रही लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। कुछ वाहन रुके, लेकिन अनजान सडक़ पर तड़पते उसके पिता की सुध तो छोड़ो, किसी ने पुलिस को फोन तक नहीं किया। नेहा हर राहगीर से मदद मांगते हुए उन्हें बार-बार घटनाक्रम को दोहराती रही, मगर इंसानियत मानों ‘बहरी’ हो गई।
एक कार में सवार दम्पती ने कार को धीमी भी की लेकिन उसके पहुंचने तक वे आगे बढ़ गए। बाद में एक कैब को रुकवाया, मदद मांगी तो उसने टाल दिया। हाथ जोडऩे पर परिजनों से बात करने के लिए मोबाइल जरूर दिया। वह इतनी बेसुध हो गई कि पूरे घटनाक्रम को बयां करने की ताकत नहीं रही। सडक़ पर रोती बिलखती अपनी मां एवं सडक़ पर खून से लथपथ अपने नाना की लाश के साथ गुजरे आधे घंटे के इस घटनाक्रम को पांच वर्ष का विहान अपने जेहन से कभी नहीं निकाल पाएगा। परिजनों के पहुंचने पर मां से लिपटा मासूम कुछ भी नहीं बोल पा रहा था।
यूं चला घटनाक्रम
वारदात के बाद पुलिस ने अलग-अलग जगह पर सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तो सामने आया कि आरोपियों ने महज 5 मिनट में पूरे घटनाक्रम को अंजाम दे दिया।
1.11 बजे पर कार सूरजपोल चौराहे से क्रॉस हुई
1.13 बजे कार फिशरीज कॉलेज के सामने वाले रास्ते में घुसी
1.18 बजे यही कार निर्माणाधीन उदियापोल-सिख कॉलोनी मार्ग होकर कुम्हारों का भट्टा पर दिखी।
1.13 से 1.18 बजे महज 5 मिनट में आरोपियों ने आबकारी अधिकारी से झगड़ा, लूटपाट और उनकी हत्या के बाद फरार भी हो गए।
Published on:
29 Jun 2018 10:37 am
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