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बेटों का इस मां को साथ रखने से इनकार, बूढ़ी मां ने न्याय के लिए इस चौखट पर लगाई गुहार

human story घर में जगह नहीं देने वाले बेटे पुश्तैनी जमीन बेचने का बना रहे दबाव

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बेटों का इस मां को साथ रखने से इनकार, बूढ़ी मां ने न्याय के लिए इस चौखट पर लगाई गुहार

बेटों का इस मां को साथ रखने से इनकार, बूढ़ी मां ने न्याय के लिए इस चौखट पर लगाई गुहार

उदयपुर/ कोटड़ा. human story जो गीले में सोई और उन्हें सूखे में जगह दी। जिन हाथों ने बचपन में उंगली पकड़कर चलना सिखाया। खुद भूखी रही और उन्हें पेट भरकर खिलाया। पाला पोशा लायक बनाया। शादी कराकर उन्हीं बच्चों का घर बसाया। उठते हुए हर हाथों से उन्हें आशीर्वाद देकर खुश रहने की दुआएं देती रही। आज वहीं हाथ दो जून की रोटी के लिए मोहताज हैं। जी हां! कुछ ऐसा ही सच है कि कोटड़ा उपखण्ड मुख्यालय के प्रजापत मोहल्ले में रहने वाली 80 साल की गजरी बाई पत्नी प्रताप प्रजापत की जिंदगी का। जवान और कमाऊ बेटों की मौजूदगी के बावजूद उस गजरी बाई को खुद ही रोटी बनानी पड़ रही है। मजबूर मां अब जिंदगी के अंतिम दिन बेटी के ससुराल में बिता रही है, लेकिन उस वृद्ध मां की खुशी उन बेटों को रास नहीं आ रही। अब वह बेटे जीतेजी उस मां के 'दुश्मनÓ बन गए हैं। इसलिए वृद्धा पर पुश्तैनी जमीन बेचने का दबाव बना रहे हैं। बच्चों के इस व्यवहार से पीडि़त मां ने अब तहसीलदार के समक्ष उपस्थित होकर बच्चों के अत्याचारों को रोकने की गुहार लगाई है। हुआ यूं कि 80 वर्षीय गजरी बाई यहां मुख्य अस्पताल चौराहे पर दो जून की रोटी के जुगाड़ के लिए मिट्टी के बर्तन यानी मटकियां बेच रही है। कहने को उसके चार पुत्र हैं। चुन्नीलाल, हेमालाल, गोविंदलाल व कैलाश जैसे होनकार बच्चों की मां गजरी बाई की बगली नाम की बेटी भी है। करीब 15 साल पहले पति के स्वर्गवास के बाद गजरी बाई ने छोटे बेटे कैलाश के साथ रहना तय किया। कुछ समय कैलाश की मौत हो गई तो पुत्रवधू ने गजरी को साथ रखने से इनकार कर दिया। इसके बाद गजरी क्रम से तीनों बेटों के यहां रहने लगी, लेकिन एक साल पहले सभी बेटों ने गजरी को साथ रखने में असमर्थता जताई। इस बीच गजरी ने उसकी बेटी बगली के यहां शरण ली। करीब एक साल से वह बेटी के साथ है। मटकी बेचकर खुद का गुजारा कर रही है। लेकिन, बेटों को अब उस मां के साथ बेटी का प्यार नागवार गुजर रहा है। भविष्य में जमीन बेटी के नाम करने की आशंका के बीच सभी बेटे पिता की हिस्सेदारी वाली पुश्तैनी जमीन बेचने के लिए दबाव बना रहे हैं। इधर, बुजुर्ग मां उसके पति की जमीन पर पहला अधिकार उसका बताते जमीन में बेटी का हिस्सा भी बता रही है। बच्चों के व्यवहार से परेशान बुजुर्ग मां अब न्याय के लिए प्रशासनिक अधिकारियों का दरवाजा खटखटाया है।

थाने को भेजी रिपोर्ट

बुजुर्ग महिला मेरे पास शिकायत लेकर आई थी। human story रिपोर्ट कोटड़ा पुलिस थाने में कार्रवाई के लिए भेजी है।

भानाराम मीणा, तहसीलदार, कोटड़ा


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