एक युवक की शव यात्रा को जमीनी विवाद के चलते कुछ रिश्तेदारों ने रास्ते में रोक लिया।
गोगुंदा (उदयपुर)। थाना क्षेत्र के सेनवाडा गांव में मंगलवार को मौत के बाद एक युवक की शव यात्रा को जमीनी विवाद के चलते कुछ रिश्तेदारों ने रास्ते में रोक लिया। जहां विवाद सुलझने तक दाह संस्कार नहीं करने पर अड़ गए। इस पर परिजन शव को वहीं छोड़ घर चले गए।
ऐसे में लगभग 4 घंटे तक शव सड़क पर ही पड़ा रहा। बाद में छोटे भाई और बहन ने थाने पहुंचकर पुलिस को इसकी जानकारी दी तो मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का अंतिम संस्कार करवाया। सेनवाड़ा के वाला फला भील बस्ती निवासी हिमा ने बताया कि उसके बड़े भाई रामा (35) पुत्र फूला लंबे समय से टीबी की बीमारी से ग्रसित थे। जिनकी मंगलवार सुबह मौत हो गई।
इसके बाद सुबह 10 बजे परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव श्मशान ले जा रहे थे कि रास्ते में गांव के ही राजू, मोहन, रूपा, वालु, रमेश, गोपीलाल सहित ने रास्ता रोक लिया। पुराने जमीनी विवाद को निपटाने के बाद ही शवयात्रा ले जाने को कहा। अन्य ग्रामीणों ने उन्हें समझाना चाहा तो वे नहीं माने। जिसके बाद पिता और अन्य परिजन शव वहीं छोड़ घर आ गए। छोटा भाई हिमा और बहन धर्मी गोगुंदा पुलिस थाना पहुंचे। मौके पर पुलिस का जाप्ता पहुंचा और अंतिम संस्कार करवाया गया।
जानकारी मिलते ही पुलिस जाप्ता मौके पर भेजा। जमीन के बंटवारे का मामला था। जिसके चलते कुछ रिश्तेदार अड़े हुए थे। समझाइश कर शव का अंतिम संस्कार करवा दिया गया है।
-श्याम सिंह, थानाधिकारी, गोगुंदा