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कबूतरबाजों के चंगुल में फंसा युवक वतन वापसी को तरसा

कबूतरबाजों के चंगुल में फंसा युवक वतन वापसी को तरसा

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suresh

पेट के खातिर मजदूरी के लिए सऊदी अरब पहुंचे खेरोदा के बांसड़ा गांव निवासी सुरेश जटिया को कबूतरबाजों ने ऐसा फांसा कि वह वतन वापसी के लिए तरस गया। अभी वह वहां बीमार हालत में भीख मांगकर खा रहा है। परिजनों ने उसे लाने के लिए दलालों से संपर्क कर उन्हें तीन लाख रुपए भी दिए, लेकिन वे लेकर गायब हो गए। परेशान युवा ने अपनी आपबीती सुनाते हुए स्वयं का वीडियो वायरल किया, उसमें कहा कि अब वह जिंदगी से हार चुका है, आत्महत्या के अलावा उसके पास कोई रास्ता नहीं है।
वीडियाे के बाद परिजन व ग्रामीण चिंतित हैं, उन्होंने स्थानीय विधायक उदयलाल डांगी से सम्पर्क किया है। वहीं भाजपा मीडिया संभाग प्रभारी चंचल अग्रवाल ने प्रधानमंत्री व विदेश कार्यालय को मेल किया है। वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को सूचना भिजवाई है।
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तीन माह जेल में रहा
सुरेश ने वीडियो में बताया कि वह तीन साल पहले ब्यावर निवासी सिकंदर बुखारी के मार्फत सऊदी अरब में मजदूरी के लिए गया था। जिस जगह उसे भेजा गया, वहां पैसा कम मिलने पर वह दोगुनी सेलेरी पर अन्य जगह काम करने लगा। इस बीच पहले वाले मालिक ने इसकी एवज में 20 हजार रियाल की मांग की, नहीं देने पर उसने सऊदी में उसके खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस ने उसे 17 नवम्बर 2022 को गिरफ्तार कर लिया। तीन माह तक वह जेल में रहा। 12 फरवरी 2023 को जेल से छूटने के बाद दलाल सिकंदर को फोन किया तो उसने भारत लाने के लिए तीन लाख रुपए मांगे।
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जमीन गिरवी रखकर किया रुपए का इंतजाम पीडि़त का कहना है कि परिजनों ने जमीन को गिरवी रखी तथा सिकंदर के कहने पर उसके साथी के खाते में 2.60 लाख रुपए डाले तथा 40 हजार रुपए नकद दिए। उसके बाद भी उसने काम नहीं किया। वह पिछले एक साल से रुपए लौटाने का झांसा दे रहा है। एक माह पहले उसने सुरेश का मोबाइल नंबर भी ब्लॉक कर दिया। युवक का कहना है कि जेल से छूटने के बाद से वह बेरोजगार है, दस्तावेज के अभाव में उसके पास कोई काम नहीं है, वहां उसे कोई रख भी नहीं रहा। वह इधर-उधर मांग कर पेट भर रहा है। दस्तावेज व पासपोर्ट के अभाव में उसे बीमारी की हालत में भी सहायता नहीं मिल पा रही।

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