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डबोक एयरपोर्ट से उदयपुर आने-जाने वालों के लिए जाम खत्म करेगी ये तकनीक

उदयपुर यूआईटी और नगर निगम 21 करोड़ खर्च करेगी, 16 करोड़ यूआईटी, 5 करोड़ निगम के होंगे।

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डबोक एयरपोर्ट से उदयपुर आने-जाने वालों के लिए जाम खत्म करेगी ये तकनीक

मुकेश हिंगड़ उदयपुर. प्रतापनगर चौराहा पर पुलिस थाने से डबोक की तरफ फ्लाईओवर नहीं बनाकर अब उस तरफ सडक़ के इसी लेवल में अण्डरपास बनाया जाएगा ताकि दोनों से आने-जाने वाले वाहन बिना रुके निर्बाध रूप से निकल सकेंगे। इसी प्रकार सुखेर से बलीचा की तरफ ऊपर सेवाश्रम पुलिया जैसी ऊंचाई पर रोड बनाई जाएगी ताकि अहमदाबाद-नाथद्वारा की तरफ से आने-जाने वाले वाहन ऊपर से गुजरेंगे।

यह निर्णय सोमवार की शाम को यूआईटी सभागार में हुई बैठक में किया गया। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रतापनगर चौराहा को लेकर तकनीकी चर्चा की गई। इसके बाद इस निर्णय पर मुहर लगाई गई। इसमें यह भी तय किया गया कि इस पर खर्च होने वाले करीब 21 करोड़ रुपये में से 16 करोड़ यूआईटी, 5 करोड़ निगम खर्च करेगा। कटारिया ने कहा कि इस कार्य के अविलम्ब प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार से प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्राप्त कर निविदा आमंत्रित की जाए।

बैठक में यूआईटी चेयरमैन रवीन्द्र श्रीमाली, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी,जिला कलक्टर बिष्णुचरण मल्लिक, सार्वजनिक निर्माण विभाग के सेवानिवृत मुख्य अभियंता जी.एस. टांक, यूआईटी सचिव, रामनिवास मेहता, यूआईटी के अधीक्षण अभियंता संजीव शर्मा, न्यास के अभियंता हितेश सुखवाल, ओम प्रकाश कुमावत व निर्मल सुथार आदि उपस्थित थे। एेसे तय किया चौराहा का तकनीकी मेप बैठक में तय किया गया उदयपुर से चितौडग़ढ़ की ओर आने-जाने वाले एवं चितौडग़ढ़ से उदयपुर की ओर आने-जाने वाले यातायात को प्रतापनगर चौराहा पर निर्बाध रुप से प्रवाहित करने के लिए 12 मीटर चौड़ाई एवं 5.50 मीटर ऊंचाई के पृथक-पृथक दो बॉक्स सैल बनाए जाएगे, बॉक्स सैल का स्परूप मादड़ी अण्डर पास जैसा होगा लेकिन इसमें सडक़ का लैवल अभी है वैसा ही रखा जाएगा, सीधे तौर पर सडक़ को गहरा नहीं किया जाएगा।

इसका स्वरूप भी इस तरह होगा कि आने वाले समय में आने-जाने के 3-3 अर्थात 6 लेन हो। इसी तरह सुखेर से बलीचा जाने वाला यातायात इन बॉक्स सैल के ऊपर होकर जाएगा, अर्थात ओवरब्रिज के ऊपर से इस रूट के वाहन जाएंगे इससे चौराहा पर चारों दिशाओं से आने वाले वाहन बिना रुके निर्बाध आ जा सकेंगे। पहले एेसे थी योजना उल्लेखनीय है कि पहले प्रतापनगर पुलिस थाने से देबारी की तरफ राजस्थान विद्यापीठ के बाहर तक फ्लाईओवर बनाने की योजना लम्बे समय से कागजों में चल रही थी।

इसके बाद सामने आया कि तकनीकी रूप से प्रोजेक्ट कागजों से आगे नहीं बढ़ा, आगे डबोक व नाथद्वारा से हाइवे से आने वाले वाहन भी देबारी से काया की तरफ टर्न ले लेंगे एेसे में यहां यातायात का दबाव कम भी होगा। शहरी यातायात और आने वाले समय में वाहनों का दबाव इस चौराहा पर नहीं रहे इसके लिए यह नई तकनीक निकाली गई।