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सरकार की नजर में सेमारी टीएसपी नही, सरकारी भर्ती में आवदेन करने वाले युवाओं के आवेदन हो रहे न‍िरस्‍त

उदयपुर जिले के सेमारी तहसील के युवाओं को सरकार अनुसूचित क्षेत्र (टीएसपी) का नहीं मान रही है जबकि सरकार ने ही इसे टीएसपी क्षेत्र घोषित किया

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चंदनसिंह देवड़ा/उदयपुर.आदिवासी बहुल उदयपुर जिले के सेमारी तहसील के युवाओं को सरकार अनुसूचित क्षेत्र (टीएसपी) का नहीं मान रही है जबकि सरकार ने ही इसे टीएसपी क्षेत्र घोषित किया। टीएसपी का मूल निवास बनवाने के बावजूद जब यहां के युवा सरकारी भर्ती में आवदेन कर रहेे है तो उनके आवेदन यह कहकर निरस्त कर दिए जा रहे है कि वह टीएसपी श्रेणी में नहीं आते है। जबकि डेढ़ साल पूर्व टीएसपी में आने वाली सराड़ा तहसील से ही सेमारी को अलग किया गया। इसके साथ अन्य तहसीलों और कुछ पंचायतों को भी टीएसपी में शामिल किया गया। 2013 में सेमारी तहसील बनाईसराड़ा बड़ी तहसील होने से सेमारी को 2013 में अलग तहसील बनाई गई। सराड़ा टीएसपी थी तो इसे भी टीएसपी में शामिल कर लिया। ई-मित्र पर टीएसपी के मूल निवास बनने शुरु हो गए लेकिन भर्ती में टीएसपी कोटे में आवेदन करने वालों के जब आवेदन इस तर्क के साथ निरस्त हो रहे है कि सेमारी टीएसपी में नहीं है तो वह परेशान हो उठे है लेकिन इसका समाधान नहीं निकाला जा रहा है। गजट में यह क्षेत्र टीएसपी19 मई 2018 के गजट नोटिफिकेशन में जिले की कोटड़ा, झाड़ोल (तत्कालिन फलासिया), लसाडिय़ा,सलूम्बर, सराड़ा, खेरवाड़ा, ऋषभदेव, गोगुंदा, गिर्वा ब्लॉक व बडग़ांव की कुछ पंचायतें अनुसूचित क्षेत्र में शामिल किया गया।केस-01सेमारी निवासी सुमन पंड्या ने राज्य सरकार की सैकण्ड ग्रेड नर्सिग भर्ती के लिए टीएसपी कोटे में आवेदन किया। 25 नवम्बर को पात्र आवेदनों की सूची जारी की गई जिसमें यह तर्क देते हुए आवेदन लौटा दिया कीसेमारी टीएसपी में नहीं आता है। प्रार्थी अब शपथ पत्र समेत दूसरी कार्रवाई के लिए कोर्ट के चक्कर काट रही है। उसका कहना है कि ऑनलाइन पोर्टल पर सेमारी टीएसपी में शो नहीं हो रही है तो यह सरकार की गलती है। 30 नवम्बर तक एक बार फिर से फार्म री-सबमिट करेगी।केस-02रोशन कुमार मीणा ने भी नर्सिग भर्ती परीक्षा का आवेदन भरा था। उसका कहना है कि उसने 2015 में मूल निवास बनवा रखा था जो आवेदन के साथ सबमिट किया। उसे भी यही संदेश मिला की सेमारी टीएसपी में नहीं आती है। ऐसे में अब वह नया मूल निवास बनाने में लगा है लेकिन इसमें वक्त लग रहा है जिससे परेशान है। रोशन का कहना है कि ऑनलाइन पोर्टल पर सेमारी टीएसपी में नहीं बताने से यह दिक्कत कई अभ्यर्थी उठा रहे है।इनका कहना...तहसील स्तर से टीएसपी के प्रमाण पत्र जारी हो रहे है। नर्सिग भर्ती के लिए सेमारी क्षेत्र में निवासरत अभ्यर्थियों के आवेदन किस आधार पर नोन टीएसपी में मान रहे है यह समझ से परे है। भर्ती करने वाले विभाग को तकनीकी जांच करनी चाहिए। डायालाल, तहसीलदार सराड़ा-सेमारी