
रक्षा कवच अभियान के तहत व्यवसायियों को जानकारी देते हुए।
उदयपुर.साइबर ठग हर बार ठगी की नई तकनीक इस्तेमाल कर रहे हैं। कई बार लोगों को 4 से 5 दिन तक डिजीटल अरेस्ट भी कर लेते हैं। रिश्तेदारों का नाम लेकर उनकी आवाज में बात भी करवा देते हैं। ऐसे में लोग उनके झांसे में आ जाते हैं। इनके झांसे में पढ़े-लिखे लोग भी आ जाते हैं और लाखों रुपए की ठगी के शिकार हो जाते है। इससे बचने के लिए कभी भी किसी प्रकार का कॉल आए और परिवार के सदस्य को किसी मामले में फंसाने की बात करे तो पहले फोन काटकर संबंधित व्यक्ति से बात करें। इसके साथ ही फ्रॉड होने की आशंका होने पर पुलिस को सूचित करें। यह बात पत्रिका रक्षा कवच अभियान के तहत शक्ति नगर व्यापार मंडल के सदस्यों को डिजिटल एक्सपर्ट विपुल शर्मा ने बताई। बताया कि ठग स्टॉक मार्केट, आपके नाम की सिम से गलत कार्य होने आदि की बात बताकर भी ठगी करते हैं। कई बार इसकी जानकारी बैंक में जाने पर या एप की जांच करने पर पता चलता है।इससे बचने के लिए व्यापारियों ने कहा कि हम जितनी जरूरत होगी, उतना ही मोबाइल का उपयोग करेंगे। अनजान कॉल नहीं उठाएंगे, ऐसे नंबरों के मैसेज नहीं देखेंगे। ठगी की आशंका पर पुलिस से संपर्क करेंगे।
इस दौरान गोवर्धन राठौड़, विपिन अग्रवाल, जितेंद्र कालरा, कमल साहू, निखिल साहू, नरेंद्र मुंडानिया, यश पालीवाल, पुष्पेंद्र शर्मा, नासीर मोहमद, महेश वरुण आदि मौजूद रहे।
● यूपीआई आईडी पर राशि कटने की सीमा तय की जा सकती है।
● ठगी होने पर तुरंत बैंक से संपर्क करने पर राशि फिर से मिलने की संभावना रहती है।
● सरकारी कार्रवाई बिना नोटिस के नहीं होती।
● अनजान व्यक्ति का फोन न उठाए।
● अनजान नंबर से आने वाले मैसेज नहीं खोले।
Published on:
13 Dec 2024 12:38 pm
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