scriptगरीब के लिए इन युवाओं का द्रवित होता है मन, विपदा आने पर भर देते है झोली | Patrika News
उदयपुर

गरीब के लिए इन युवाओं का द्रवित होता है मन, विपदा आने पर भर देते है झोली

समाज के प्रति समर्पण और मन में सेवा का भाव लिए जनजाति बहुल क्षेत्र में युवाओं का एक ऐसा मित्र समूह सक्रिय है जो गरीबों के दुख दर्द को बांट रहा है। कोटड़ा क्षेत्र में किसी निर्धन व्यक्ति की गंभीर बीमारी, आगजनी, हादसा या विकट परिस्थितियों में उन्हें आर्थिक सम्बल दे रहा है। घ

उदयपुरMay 08, 2024 / 02:01 am

surendra rao

कोटड़ा क्षेत्र में आग से केलुपोश मकान जलने के बाद पीडि़त परिवार की मदद करते युवा। फाइल फोटो

नारायणलाल वडेरा

कोटड़ा (उदयपुर). समाज के प्रति समर्पण और मन में सेवा का भाव लिए जनजाति बहुल क्षेत्र में युवाओं का एक ऐसा मित्र समूह सक्रिय है जो गरीबों के दुख दर्द को बांट रहा है। कोटड़ा क्षेत्र में किसी निर्धन व्यक्ति की गंभीर बीमारी, आगजनी, हादसा या विकट परिस्थितियों में उन्हें आर्थिक सम्बल दे रहा है। घटना दुर्घटना होने पर इस समूह से जुडे लोग तत्काल एक दूसरे को मैसेज कर सहायता के लिए राशि एकत्रित कर मदद करते है। हाल में आग से बेघर हुए तीन से चार परिवारों को इस समूह से जुड़े लोगों ने राशि देकर मकानों की छत को बनवाया।
इस ग्रुप से जुड़े लोग कोई पैसे वाले नहीं है लेकिन गरीब के प्रति आर्थिक मदद का जज्बा इन्हें औरों से अलग बनाता है। इनका मन इतना बड़ा है कि वे सोशल मीडिया पर मैसेज आते ही 100 रुपए लेकर क्षमता अनुसार राशि डालकर मदद करते है।
कोई संस्था नहीं बल्कि मित्रों का है समूह

देवला निवासी सामाजिक कार्यकर्ता रावता राम गरासिया ने बताया कि आदिवासी मंच और युवा खोज परिवार नाम का यह समूह किसी संस्था का नहीं बल्कि युवाओं का एक सोशल मीडिया मित्र समूह है। यह कोटड़ा क्षेत्र में गरीब तबके और आर्थिक स्थिति से पिछड़े परिवारों को आपदा, आग से जले मकान, गंभीर बीमारियों में सोशल मीडिया द्वारा अपने मित्रों से ऑनलाइन ही सहयोग राशि एकत्रित कर पीडित परिवारों की आर्थिक मदद करता है।
युवाओं के आर्थिक सहयोग से इन परिवारों को मिली मदद

केस 1

कोटड़ा के घाटा निवासी नाथूराम पुत्र हिमाराम गरासिया का घर पर ही काम करते समय अचानक बिजली के खंभे से लटके तार नीचे गिरने पर करंट आ गया। हादसे में उसका दायां हाथ बुरी तरह झुलस गया। उसे महाराणा भूपाल हॉस्पिटल उदयपुर में भर्ती किया। सामाजिक कार्यकर्ता रावता राम गरासिया ने अस्पताल पहुंचकर टीम के सदस्यों के साथ राशि एकत्रित कर गरीब को करीब 26 हजार रुपए की आर्थिक मदद की।
केस 2

डांग निवासी भगाराम पुत्र बनाराम गरासिया का चूल्हे की चिंगारी ने केलुपोश मकान को जलकर राख हो गया। आग से घर में रखा अनाज, नकदी, जेवर कपड़े व सरकारी दस्तावेज जल गए। तब ग्रु्प के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर राशि एकत्रित कर पीडि़त परिवार को 29 हजार खर्च कर उस गरीब की घर को वापस बंधवाया तथा उसके घर पर राशन की व्यवस्था की।
केस 3

सुलाव ग्राम पंचायत के बेकरिया वड निवासी जोवना राम पुत्र केशा गमेती की पत्नी भूरी देवी दोपहर को चूल्हे पर खाना बना रही थी। अचानक चिंगारी से केलूपोश मकान में आग लग गई। देखते ही देखते पूरा झोपड़ा जल गया। झोपड़े में सो रहा 2 वर्ष का मासूम, बकरिया,अनाज ,कपड़े,नकदी दस्तावेज जल कर राख हो गए। तब युवाओं ने एक मुहिम चला कर पीड़ित परिवार को लगभग 54 हजार की आर्थिक मदद की।
केस 4

लोहारचा निवासी लक्ष्मण पुत्र राणा राम डोडियार के झोपड़े में अचानक आग लगने पर घर में रखा अनाज, कपड़े, दस्तावेज और अन्य सामग्री जल गई। तब भी स्थानीय युवाओं ने मिलकर लगभग 28 हजार रुपए की आर्थिक सहायता की थी। इस समूह की ओर से आर्थिक मदद के ऐसे कई उदाहरण है। यह गु्प अभी भी लोगों की मदद कर रहा है।

Hindi News/ Udaipur / गरीब के लिए इन युवाओं का द्रवित होता है मन, विपदा आने पर भर देते है झोली

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो