आर्य समाज हिरण मगरी की ओर से जारी वेद प्रचार सप्ताह के तहत कृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजित विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आचार्य चंद्रेश ने कहा कि भगवान कृष्ण के चित्र की नहीं बल्कि चरित्र की पूजा होनी चाहिए। ऋषि संदीपनी के आश्रम में भगवान कृष्ण ईश्वर की उपासना, यज्ञ व वेद पाठ किया करते थे। आचार्य रामदयाल आर्य ने भजनों की प्रस्तुति दी। जन्माष्टमी पर विशेष आहुतियां के साथ यज्ञ का आयोजन हुआ।
वासुपूज्य मंदिर स्थित दादाबाड़ी में नियमित प्रवचन में साध्वी अभ्युदया ने कहा कि श्रीकृष्ण का जीवन उदार था। उनका चरित्र पवित्र था। वाणी और आहार पर संयम था। समय और पैसे में कंजूसी नहीं करते थे। बेकार की बातों पर ध्यान नहीं देते थे। इसलिए वे महापुरुष कहलाए। उनके पास स्वर्ण की द्वारिका थी। शालीनता पूर्ण उनका जीवन था। जीवन दृढ़ था इसलिए उनका जीवन सब लोगों के लिए आदर्श बन गया।
जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ के पयुर्षण महापर्व सोमवार से प्रारम्भ होंगे। इस श्रृखंला में हिरण मगरी से. 4 स्थित जिनालय में मुनि भाग्य सुन्दर विजय एवं मुनिराज दर्शन सुन्दर विजय महापर्व की आराधना कराएंगे। संघ अध्यक्ष सुशील बांठिया ने बताया कि 26 अगस्त की सुबह 9 बजे से संवत्सरी के पांच कर्तव्य के विषय पर प्रवचन, मंगलवार को श्रावक के सालभर में अवश्य करने योग्य ग्यारह कर्तव्यों के विषय पर प्रवचन, पौषधव्रत के विषय पर प्रवचन, बुधवार को कल्पसूत्र ग्रन्थ को घर ले जाने का, कल्पसूत्र बहोराने का, कल्पसूत्र की अष्टप्रकारी पूजा, पांच ज्ञान पूजा तथा गुरुपूजन का चढ़ावा, गुरुवार सुबह 8.30 ज्ञानपूजा प्रारंभ होगी।
हुभड़ भवन में विराजित आचार्य चंद्र सागर महाराज ने सोलहकरण भावना के तहत वैय्यावृत्ति भावना दिवस पर कहा कि जो श्रावक स्वार्थ पूर्वक वैय्यावृत्ति करता है उसे उसका पुण्य फल कभी भी प्राप्तनहीं होता है।
आयड़ स्थित ऋषभ भवन में शनिवार को आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए आचार्य ज्ञानचंद्र ने कहा कि सहेली हो तो यशोदा जैसी। जब वासुदेव यशोदा के घर पहुंचे तो यशोदा ने भी बेटी दे दी, उसे ये मालूम है, मेरी बेटी मरने वाली है। सेवा के साथ हो सहयोग भावमालदास स्ट्रीट आराधना भवन में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए पंन्यास प्रवर विरागरत्न विजय ने कहा कि सेवा के साथ सहयोग का श्रेष्ठ भाव उभरना ही चाहिए। यदि सेवा का भाव अन्तरात्मा से अद्भुत हुआ हो। सहयोग की वृत्ति जगेगी तो त्याग भाव उभरेगा ही।
आयड़ स्थित आत्मवल्लभ आराधना भवन में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए साध्वी लक्षितज्ञा ने कहा कि नि:स्वार्थ भाव से कर्म को कर्तव्य मानते हुए करते रहो, परिणाम की इच्छा मत रखो। जो भी फल मिले उसे सहज भाव से स्वीकार कर लो।नमोत्थुणम का सामूहिक जापसाधिका प्रियदर्शना, विचक्षणा, सुकृति व सुप्रज्ञप्ति के सान्निध्य में शनिवार को हिरण मगरी सेक्टर ३ में तीन सौ भाई-बहिनों ने सामूहिक पारिवारिक नमोत्थुणम जाप में हिस्सा लिया। अनिल जारोली परिवार ने जाप का लाभ लिया। सर्व समन्वय धार्मिक फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में 80 बालक बालिकाओं ने हिस्सा लिया। इसमें श्रेष्ठ प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। 1 सितम्बर को अहिंसा शाकाहार चित्र प्रतियोगिता दोपहर 3 से 4 बजे रखी जाएगी। वहीं 24 घण्टे के जाप 27 अगस्त से 3 सितंबर तक चलेंगे।
उदयपुर. जैन संस्कृति को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से जैन सोशल ग्रुप स्वास्तिक की ओर से शनिवार को एक कदम जिनालय की ओर कार्यक्रम के तहत हिरण मगरी एवं आयड़ स्थित धार्मिक स्थलों की यात्रा की गई। ग्रुप अध्यक्ष धीरज छाजेड़ ने कार्यक्रम संबंधित जानकारी दी। मीडिया प्रभारी संजय धाकड़ ने बताया कि दूसरे चरण में अन्य स्थलों की यात्रा की गई। कार्यक्रम मुख्य संयोजक नीतू व रितेश दलाल ने बताया कि पदयात्रा को लेकर एकरूपता तय की गई। सचिव सुनील गांग ने बताया कि कार्यक्रम सतत जारी रहेगा। udaipur jain samaj मौके पर प्रत्येक जिनालय में लक्की ड्रॉ निकाले गए। ग्रुप बोर्ड सदस्य राकेश बापना एवं कोषाध्यक्ष दीपक लोढ़ा, मेवाड़ रीजन के चेयरमैन आरसी मेहता, जेएसजी इंटरनेशनल डायरेक्टर रोशन लाल जोधावत एवं अन्य पदाधिकारियों ने कार्यक्रम में शिरकत की।