
उदयपुर . प्रदेश भर में सेवारत चिकित्सकों की हड़ताल बुधवार रात को समाप्त हो गई है। गुरुवार को चिकित्सक काम पर लौटे इससे अस्पताल के आउटडोर में मरीजो की कतार बढ़ गई । चिकित्सको ने ओपीडी में मरीजो को देखा। वही वार्ड में भर्ती मरीजो व परिजनों ने भी हड़ताल खत्म होने पर राहत महसूस की की अब समय पर वार्ड में उनका इलाज हो सकेगा
गौरतलब है कि अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ (अरिस्दा) और रेजिडेंट यूनियन की सामूहिक हड़ताल के 12वें दिन बुधवार को भी चिकित्सा व्यवस्थाएं चरमराई रही। जिला अस्पताल से लेकर सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भटकने वाले मरीज कोसते दिखाई दिए। दूसरी ओर संभाग मुख्यालय पर संचालित रवींद्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित एमबी हॉस्पिटल और पन्नाधाय महिला चिकित्सालय में सुबह के समय राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन की जारी टोकन स्ट्राइक भी दूरदराज से आने वाले मरीजों के लिए कोढ़ में खाज जैसी रही।
रेजिडेंट की अनुपस्थिति में व्यवस्था संभाल रहे चिकित्सक शिक्षकों की उपस्थिति का लाभ लेने के लिए पहुंचे मरीजों को घंटों तक बारी के इंतजार में कतार में खड़ा रहना पड़ा। गौरतलब है कि 18 दिसम्बर से चिकित्सकों की हड़ताल शुरू हुई थी। आम दिनों के ओपीडी की बजाय यहां आधे से भी कम मरीज चिकित्सालय पहुंचे। दोनों चिकित्सालयों में आमतौर पर ओपीडी करीब 5 हजार से अधिक रहती है। बुधवार रात सरकार के साथ चली करीब 9 घंटे की मैराथन वार्ता के बाद चिकित्सक 12 दिन बाद गुरुवार सुबह काम पर लौटने का फैसला लिया।
5 हजार की ओपीड़ी रह गई आधी
दिनांक ओपीडी आईपीडी
16 दिसम्बर 2900 170
17 दिसम्बर 1800 126
18 दिसम्बर 2290 156
19 दिसम्बर 2120 141
20 दिसम्बर 1950 121
21 दिसम्बर 1800 126
22 दिसम्बर 1760 95
23 दिसम्बर 2660 93
24 दिसम्बर 1095 79
25 दिसम्बर 1918 105
26 दिसम्बर 3248 119
27 दिसम्बर 2895 105
(एमबी अस्पताल के आंकड़े)
Published on:
28 Dec 2017 12:52 pm
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