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mahakal temple: महाकाल मंदिर परिसर की खुदाई में मिली प्राचीन प्रतिमा

mahakal temple : महाकाल मंदिर में मिली प्राचीन विशालकाय लाल पत्थर की देवी प्रतिमा...।

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ललित सक्सेना

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों (12 jyotirling) में से एक भगवान महाकाल के दरबार में इन दिनों विकास कार्य किया जा रहा है। दो-तीन दिन पहले खुदाई के दौरान यहां से देवी की विशालकाय लाल पत्थरों वाली एक प्रतिमा मिली, जो काफी और वजनदार प्रतीत हो रही है। जेसीबी से निकालने के दौरान यह प्रतीमा थोड़ी खंडित हो गई, इस डर से खुदाई करा रहे ठेकेदार ने मजदूरों से कहकर उसे फिर से मिट्टी में दबा दिया, ताकि बाद में चुपके से उसे अन्यत्र कहीं रखवा दे।

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गौरतलब है कि महाकाल मंदिर (mahakal temple) के सामने वाले हिस्से में खुदाई कार्य चल रहा है, यहां वेटिंग हॉल निर्माण कार्य किया जा रहा है। जो काफी गहराई तक किया जा रहा है। इसमें पहले भी एक मंदिर की दीवार निकली थी, जिसे पुरातत्व विभाग द्वारा परमारकालीन की होकर एक हजार साल पुरानी बताई थी। लगातार हो रही खुदाई में अब एक देवी प्रतिमा प्राप्त हुई है, लेकिन खुदाई करा रहे ठेकेदार ने इसकी सूचना न तो मंदिर के अधिकारियों को दी, न प्रशासनिक अधिकारियों को दी, न ही पुरातत्व विभाग को दी और न ही मीडिया को भनक लगने दी।

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6 माह पहले शुरू किया था कार्य

करीब 6 माह पहले मंदिर के सामने वाले हिस्से का निर्माण कार्य शुरू किया गया था। यह निर्माण कार्य तेजी से चल रहा था, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से शहर में जनता कफ्र्यू लागू हो गया। भय से मजदूर घर लौट गए। निर्माण मटेरियल की दुकानें भी बंद हो गईं, इस कारण पिछले एक माह से काम बंद पड़ा था, जिसे अभी हाल ही में शुरू किया गया है। ऐसे में खुदाई के दौरान यहां से एक विशालकाय लाल पाषाण की देवी प्रतिमा मिली है।

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पहले मिल चुकी है दीवार

बता दें कि पहले भी यहां खुदाई के दौरान एक दीवार मिली थी, जिसे पुरातत्व विभाग की स्थानीय और भोपाल आदि की टीम ने यहां आकर निरीक्षण किया था और उसे परमारकालीन बताते हुए एक हजार साल पुरानी होना दर्शायी थी। अब वापस से जब खुदाई कार्य शुरू हुआ तो देवी की लाल पाषाण वाली भारी-भरकम प्राप्त हुई है। ठेकेदार अरविंद शर्मा से जब पत्रिका टीम ने चर्चा की तो उनका कहना था कि मैंने तो सुरक्षित रहे, इसलिए प्रतिमा को मिट्टी में दबा दिया था। इस बचकाने जवाब पर टीम ने पूछा किसी भी अधिकारी या पुरातत्व विभाग के जिम्मेदार को खबर की, तो उन्होंने फिर गोल-मोल जवाब दे दिया।

15 करोड़ की लागत से बन रहा वेटिंग हॉल

उल्लेखनीय है कि महाकाल मंदिर के सामने वाले हिस्से में जो वेटिंग हॉल निर्माण कार्य चल रहा है, उसकी लागत करीब 15 करोड़ है। इसका कार्य एक माह से बंद था। अब चूंकि वर्तमान स्थिति में बदलाव आया है, तो कार्य फिर से शुरू किया गया, लेकिन काम की गति अभी धीमी है। उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा 15 करोड़ रुपए की लागत से महाकालेश्वर मंदिर परिसर विस्तार योजना के तहत मंदिर के सामने माधव सेवा न्यास की ओर तक निर्माण कार्य शुरू कराया गया है।

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