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मंगलवार को दोपहर में धूमधाम से बारात निकली और शाम को महाकाल की शादी का रिसेप्शन चालू हो गया। इसमें 50 हजार लोग शामिल हो रहे हैं। इस नगरभोज में 40 क्विंटल की पुरी और 15 क्विंटल सब्जी के साथ 56 भोग भी बनाए गए हैं।
18 मार्च यानि सोमवार को शादी की रस्में शुरु हुईं। सोमवार को सुबह गणपति पूजन हुआ और शाम को 5 बजे से हल्दी—मेंहदी की रस्म शुरु हो गई। रात को महिला संगीत भी हुआ। 19 मार्च को दोपहर में बारात निकाली। इसके बाद शाम को शादी की महाप्रसादी यानि रिसेप्शन शुरु हुआ। रामघाट स्थित छतरी वाले गणेश (Chhatri wale Ganesh Mandir) मंदिर प्रांगण में यह कार्यक्रम चल रहा है।
नगर भोज में 50 हजार लोग
उज्जैन में महाशिवरात्रि के बाद शिव विवाह पर महाकाल की शादी का रिसेप्शन (Mahakal Reception) दिया जाता रहा है। नगर भोज की यह परंपरा इस साल भी निभाई जा रही है जिसके लिए कई क्विंटल पूरी और सब्जी बनाई गई है। इस रिसेप्शन में महाकाल के 50 हजार से ज्यादा भक्तों (Mahakal Devotees) के आने की उम्मीद है।
यहां आनेवालों के लिए शुद्ध घी की नुक्ति यानि बूंदी बनाई गई है। नगर भोज के मेन्यू में खोपरा पाक, खमण, शिकंजी, लस्सी के साथ पानी बताशे भी शामिल हैं। पुलाव भी बनाया गया है। भोजन के बाद पान और चाय— कॉफी की व्यवस्था भी की गई है।