ये है पूरा मामला…
उज्जैन के विक्रम नगर में रहने वाली संगीता (बदला हुआ नाम) की शादी राजस्थान के प्रतापगढ़ के चौकड़ी गांव के रहने वाले हरीश के साथ तय हुई थी। जबकि हरीश पहले से ही शादीशुदा था। दो साल पहले उसकी शादी मंदसौर की रहने वाली नेहा (बदला हुआ नाम) के साथ हो चुकी थी। लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही हरीश व उसके परिवार वाले नेहा को दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे और दो महीने पहले उसे घर से निकाल दिया। जिसके बाद से नेहा मंदसौर में अपने मायके में रह रही थी। इसी बीच हरीश के परिजन ने उसकी शादी उज्जैन में संगीता से तय कर दी। जब इस बात का पता पहली पत्नी नेहा को चला तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी और पुलिस के साथ पति की दूसरी शादी में पहुंच गई।
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कार्ड से चला शादी का पता
हरीश की दूसरी शादी की भनक उसके परिजन ने पहली पत्नी नेहा व उसके परिवारवालों को बिलकुल भी नहीं लगने दी थी। लेकिन शादी से ठीक पहले नेहा के पिता को किसी परिचित से हरीश की दूसरी शादी का कार्ड मिला। वो उसे देखकर हैरान रह गए और तुरंत बेटी नेहा को इसके बारे में बताया। कार्ड में शादी की तारीख 10 फरवरी थी, पहली पत्नी नेहा तुरंत पिता के साथ मंदसौर पुलिस के पास पहुंची और शादी के दिन पुलिस को लेकर उज्जैन में शादी के मंडप में पहुंच गई। यहां पहली पत्नी को देख दूल्हा हरीश बारात लेकर वापस लौट गया। पुलिस ने संगीता के पिता को पूरी बात बताई जिसके बाद उन्होंने शादी निरस्त कर दी।
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