चंद्रयान 3 की कामयाबी पर समूचा देश गदगद है। अब इसरो एक और कमाल करने में जुटा हुआ है। इसरो की अब चंद्रमा पर मानव भेजने की तैयारी चल रही है। इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक रवि वर्मा ने यह बात बताई। उन्होंने यह भी दावा किया कि इसरो की यह मुहिम जल्द पूरी होगी।
चंद्रयान 3 की कामयाबी पर समूचा देश गदगद है। अब इसरो एक और कमाल करने में जुटा हुआ है। इसरो की अब चंद्रमा पर मानव भेजने की तैयारी चल रही है। इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक रवि वर्मा ने यह बात बताई। उन्होंने यह भी दावा किया कि इसरो की यह मुहिम जल्द पूरी होगी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के दो वर्ष पूर्ण होने पर उज्जैन में राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस मौके पर कालिदास अकादमी में प्रतिभा सम्मान समारोह में इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक रवि वर्मा भी शामिल हुए। उन्होंने एनिमेशन फिल्म के जरिए बच्चों को मंच से ही चंद्रयान 3 की पूरी जानकारी दी। यहां उन्होंने बताया कि बहुत जल्द इसरो मानव को चंद्रमा पर भेजेगा।
रवि वर्मा बोले, जो लोग इस रो और उस रो में बैठे हैं, मैं उनका इसरो से अभिनंदन करता हूं। इस देश का भविष्य बहुत उन्नत है। मैं कोशिश करूंगा कि आपसे वार्तालाप हिंदी में ही करूं। बाबा महाकाल की नगरी में आने का अपना ही आनंद है।
हम चंद्रयान के थू्र साउथ पार्ट पर उतरने वाले विश्व में पहले देश बने हैं। रशिया, यूएसए जैसे देश भी कई बार फैल हुए, लेकिन भारत पहला ऐसा देश है जो पहली बार में ही मंगलयान 2014 में उसको सफल कर पाया। मैं आपको एडवांस में शुभकामना दे दूं कि आपमें से भी आने वाले समय में कोई न कोई हमारे देश के अब्दुल कलाम और सोमनाथ या विक्रम साराभाई यहां से निकलने वाले हैं।
23 अगस्त को चंद्रयान-3 लांच हुआ था, जिस तरह हम अन्य दिवस मनाते हैं, उसी तरह 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाएगा। जिस पाइंट पर चंद्रयान 3 ने लैंडिंग की है, उसे शिव-शक्ति पांइट के नाम से जाना जाएगा।
रवि वर्मा के साथ उज्जैन के 4000 विद्यार्थियों के रोचक सवाल जवाब हुए।
प्रश्न. - सर क्या मानव अंतरिक्ष में जाकर वापस आ पाएगा।
रवि वर्मा- बहुत जल्द इसरो मानव को चंद्रमा पर भेजेगा। इसमें यह भी संभव होगा कि मानव चंद्रमा से वापस लौटे, फिर वे मुस्कुरा दिए।
प्रश्न. - चंद्रयान 3 बनाने में कितने वर्ष लगे, क्या-क्या परेशानी आई।
रवि वर्मा- मिशन चंद्रयान 3 अपने आप में चैलेंजिंग था। इसे बनाने में 4-5 वर्ष लगे। इसमें परेशानी यह थी कि चंद्रमा पर जाना था, वहां जीवन से जुड़ी संभावनाएं तलाशना थीं। सबसे अहम सफल लैंडिंग पर सबकुछ टिका था।
प्रश्न. - चंद्रयान 1 और 2 की असफलता से क्या सबक लिया।
रवि वर्मा- चंद्रयान-1 और -2 की गलतियों से हमने बहुत कुछ सीखा। चंद्रयान-3 में सारी गलती सुधारी। इस बार सिस्टम इतना वेल प्रूफ बनाया कि चंद्रयान-3 सफल हो गया।