घटना की जानकारी लगते ही सांसद अनिल फिरोजिया जिला अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने सभी घायलों से मुलकात की और उन्हें बेहतर से बेहतर इलाज मुहैय्या कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान सभी मरीजों के इलाज को लेकर उन्होंने जिला अस्पताल प्रबंधन को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। वहीं, अभी अभी जानकारी सामने आई है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सीएम निवास में आयोजित होली मिलन समारोह कैंसिल कर दिया है। वो कुछ देर में इंदौर के लिए रवाना होंगे। वहां सीएम मोहन घायलों का हालचाल जानने के बाद उज्जैन पहुंचकर घटना का जायजा ले सकते हैं।
यह भी पढ़ें- भस्म आरती के बीच इस तरह भड़की गर्भगृह में आग, सामने आया Live Video
बता दें कि जिस समय ये हादसा हुआ, तब मंदिर परिसर में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पत्नी, उनका बेटा और बेटी मौजूद थे। तीनों भस्मारती दर्शन करने महाकाल मंदिर आए थे। हालांकि, सीएम का परिवार पूरी तरह से सुरक्षित है। वहीं, हालही में जानकारी सामने आई है कि घटना की जानकारी लगते ही मुख्यमंत्री मोहन यादव भी भोपाल से इंदौर के लिए रवाना हो रहे हैं। वो यहां इंदौर में भर्ती 9 घायलों का हालचाल जानने के बाद हादसे के कारणों का जायजा लेने उज्जैन जाएंगे। वहीं, इससे पहले कलेक्टर नीरज सिंह ने हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दे दिए हैं। जांच टीम को तीन दिनों के भीतर कारणों की रिपोर्ट पेश करनी होगी।
यह भी पढ़ें- महाकाल भस्मारती के दौरान गर्भगृह में आग, 16 पुजारी और सेवक झुलसे
घायलों में मुख्य महाकाल मंदिर के पुजारी शामिल हैं। इनमें संजय गुरु, नानू गुरु, विकास गुरु, आनंद, मनोज, शिवम, कमल, मंगल, अंश पुरोहित, महेश शर्मा सेवक, चिंतामन गेहलोत आदि शामिल हैं। गंभीर रूप से झुलसे लोगों को इंदौर रैफर किया गया है। पुजारी आशीष शर्मा ने बताया कि महाकाल मंदिर में परंपरागत होली समारोह मनाया जा रहा था। तभी गुलाल के कारण गर्भगृह में आग फैल गई। जिसमें ज्यादातर मंदिर के पुजारी घायल हैं। हमनें उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
यह भी पढ़ें- अमित शाह ने महाकाल हादसे की जानकारी ली, होली कार्यक्रम निरस्त कर CM मोहन यादव रवाना
आग की चपेट में आकर 6 पुजारी झुलस गए। वहीं 5 सेवकों समेत कुल 16 लोग झुलसे हैं। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां से 8 पुजारियों को इंदौर के लिए रेफर किया गया है। सूचना पर कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सभी के खतरें से बाहर होने की पुष्टि भी कर दी है। वहीं, कुछ लोगों का कहना है कि मंदिर में गुलाल उड़ाते समय आग अचानक भड़की थी। घटना के बाद गर्भगृह समेत पूरे मंदिर परिसर में हड़कंप मच गया। मंदिर के बड़े हिस्से में धुआं भरने लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। फिलहाल, मौके पर पहुंची महाकाल थाना पुलिस समेत मंदिर प्रबंधन के सुरक्षाकर्मियों ने सभी को खुले स्थान पर पहुंचाया। साथ ही, घायलों को अस्पताल के लिए रवाना कराया।