MP News: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में बिना परमिशन विधायक गोलू शुक्ला और उनके बेटे रूद्राक्ष शुक्ला एंट्री के बाद कलेक्टर जांच कमेटी गठित की है।
MP News: उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में श्रावण सोमवार की भस्म आरती से पहले इंदौर-3 के विधायक भाजपा विधायक गोलू शुक्ला और उनका बेटा रुद्राक्ष शुक्ला बिना परमिशन ही घुस गए। मंदिर के कर्मचारी के द्वारा रोकने की कोशिश की गई। तो उसने कर्मचारियों को ही धमका दिया। इसी दौरान मंदिर के हाईटेक सीसीटीवी कैमरे भी बंद हो गए। लाइव टेलीकास्ट भी बंद हो गया था।
इधर, पहले प्रशासन की ओर से कहा गया था कि सिर्फ विधायक को अनुमति थी, लेकिन मंदिर उप प्रशासक की ओर से साफ किया गया है कि किसी को भी परमिशन नहीं थी। मामले जब चर्चाओं में आया तो कलेक्टर जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाई है। जिसकी रिपोर्ट 7 दिनों के अंदर सौंपी जाएगी।
घटना के बाद सोमवार को मंदिर प्रशासन की ओर से कहा गया था विधायक गोलू शुक्ला को गर्भगृह में जाने की परमिशन थी, लेकिन मंगलवार उप प्रशासक एसएन सोनी ने स्पष्ट किया कि गोलू शुक्ला और उनके किसी भी समर्थक को गर्भगृह में जाने की परमिशन नहीं दी गई थी। वह लोग जबरन अंदर गए और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया।
उज्जैन कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने घटना सामने आने के बाद 24 घंटे बाद मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। समिति को सात दिनों में जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी।
हालांकि, विधायक गोलू शुक्ला ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्हें 5 लोगों की परमिशन दी गई थी। इसकी जानकारी प्रशासन को थी।
विधायक गोलू शुक्ला की कांवड़ यात्रा रविवार की रात उज्जैन पहुंची थी। सोमवार को भोर करीब ढाई बजे भस्म आरती के पट खुलने के बाद विधायक अपने बेटे और समर्थकों के साथ मंदिर पहुंचे। भस्म आरती में हरिओम का जल अर्पित करने के दौरान गोलू शुक्ला गर्भगृह में घुस गए। इसके बाद उनके पीछे बेटा रुद्राक्ष शुक्ला भी जबरन घुस गया। जबकि कर्मचारियों के द्वारा रोकने की कोशिश की गई।